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गर्भवती के पेट में लात मारने से उसकी मौत, परिजनों का थाने में हंगामा, कहा-दबंगों के डर से गांव छोड़ने को मजबूर

फर्रुखाबाद में गर्भवती के पेट पर ग्राम प्रधान के लात मारने का मामला सामने आया है. आरोप है कि इसके चलते महिला की मौत हो गई. इसके बाद परिजन शव लेकर कोतवाली पहुंच गए. पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हुए कोतवाली में जमकर हंगामा किया.

महिला की मौत मामले में परिजनों ने थाने में किया हंगामा
महिला की मौत मामले में परिजनों ने थाने में किया हंगामा
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Published : Dec 11, 2021, 8:27 PM IST

फर्रुखाबाद: गर्भवती के पेट में लात मारने के मामले में महिला की मौत के बाद बीते परिजन शव लेकर कोतवाली पहुंच गए. पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हुए परिजनों ने कोतवाली में जमकर हंगामा किया.

इस दौरान परिजनों ने दबंगों की तरफ से धमकाने का ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. पीड़ित परिवार का आरोप है कि दबंग प्रधान सत्तापक्ष के एक विधायक का करीबी है. इसके चलते पुलिस पूरे मामले में लीपापोती करने में जुटी है.

महिला की मौत मामले में परिजन का बयान

आरोप है कि वोट न देने की रंजिश में प्रधान ने अपने समर्थकों के साथ विगत 12 जुलाई को गांव भटकुर्री निवासी तेजपाल को घर में घुसकर पीट दिया. बचाने आई उनकी पत्नी सुनीता, पुत्र अजीत और अजीत की पत्नी राधा को भी पीट दिया.

आरोप है कि गर्भवती राधा के पेट में लात मार दी थी. इस संबंध में पुलिस ने एनसीआर दर्ज कर अजीत, उसके चचेरे भाई नीरज और दूसरे पक्ष से विपिन व विशुनदयाल को शांतिभंग में गिरफ्तार कर उनका चालान कर दिया था.

यह भी पढ़ें- एक करोड़ की अफीम व नकदी सहित 2 तस्कर गिरफ्तार, जानें कैसे हुई गितफ्तारी

उधर, प्रसव पीड़ा होने पर राधा को आठ नवंबर को नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया. वहां राधा ने मृत पुत्री को जन्म दिया. आरोपितों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई न होने का आरोप लगाते हुए तेजपाल ने न्यायालय की शरण ली. 25 नवंबर को न्यायालय के आदेश पर प्रधान अरविद सिंह, कमलेश सिंह, विष्णुसेवक, विशुनदयाल, विपिन, मनीष उर्फ शिवरतन के खिलाफ घर में घुसकर मारपीट व एससी/एसटी आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया.

मुकदमे की विवेचना सीओ राजवीर सिंह को दी गई. इस बीच राधा की हालत बिगड़ गई. परिजनों ने उसे कानपुर के हैलट अस्पताल में भर्ती कराया. सीओ हैलट जाकर राधा के बयान भी ले आए थे. इसके बावजूद कार्रवाई नहीं की गई. गुरुवार को परिजन राधा को हैलट अस्पताल से छुट्टी कराकर रिश्तेदार के यहां ले गए.

शुक्रवार को राधा की मौत हो गई. कार्रवाई न होने का आरोप लगाकर परिजनों ने राधा का शव कोतवाली लाकर यहां हंगामा किया. तेजपाल ने आरोपितों के खिलाफ तहरीर दी. इस मामले में आरोपी प्रधान का एक धमकी भरा ऑडियो भी पीड़ित परिवार ने सोशल मीडिया पर वायरल किया है.

बताया कि पूरा ऑडियो पुलिस को दिया गया लेकिन पीड़ित पक्ष की पुलिस ने एक न सुनी. उलटा उन्हीं को प्रताड़ित किया गया. मृतक महिला का परिवार दबंग प्रधान से बेहद डरा-सहमा है. ग्राम छोड़ने की बात कह रहा है. पुरे मामले पर जब सीओ कायमगंज सोहराब आलम से बात की गई तो उन्होंने मामले में कार्रवाई कहने की बात कही.

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फर्रुखाबाद: गर्भवती के पेट में लात मारने के मामले में महिला की मौत के बाद बीते परिजन शव लेकर कोतवाली पहुंच गए. पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हुए परिजनों ने कोतवाली में जमकर हंगामा किया.

इस दौरान परिजनों ने दबंगों की तरफ से धमकाने का ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. पीड़ित परिवार का आरोप है कि दबंग प्रधान सत्तापक्ष के एक विधायक का करीबी है. इसके चलते पुलिस पूरे मामले में लीपापोती करने में जुटी है.

महिला की मौत मामले में परिजन का बयान

आरोप है कि वोट न देने की रंजिश में प्रधान ने अपने समर्थकों के साथ विगत 12 जुलाई को गांव भटकुर्री निवासी तेजपाल को घर में घुसकर पीट दिया. बचाने आई उनकी पत्नी सुनीता, पुत्र अजीत और अजीत की पत्नी राधा को भी पीट दिया.

आरोप है कि गर्भवती राधा के पेट में लात मार दी थी. इस संबंध में पुलिस ने एनसीआर दर्ज कर अजीत, उसके चचेरे भाई नीरज और दूसरे पक्ष से विपिन व विशुनदयाल को शांतिभंग में गिरफ्तार कर उनका चालान कर दिया था.

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उधर, प्रसव पीड़ा होने पर राधा को आठ नवंबर को नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया. वहां राधा ने मृत पुत्री को जन्म दिया. आरोपितों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई न होने का आरोप लगाते हुए तेजपाल ने न्यायालय की शरण ली. 25 नवंबर को न्यायालय के आदेश पर प्रधान अरविद सिंह, कमलेश सिंह, विष्णुसेवक, विशुनदयाल, विपिन, मनीष उर्फ शिवरतन के खिलाफ घर में घुसकर मारपीट व एससी/एसटी आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया.

मुकदमे की विवेचना सीओ राजवीर सिंह को दी गई. इस बीच राधा की हालत बिगड़ गई. परिजनों ने उसे कानपुर के हैलट अस्पताल में भर्ती कराया. सीओ हैलट जाकर राधा के बयान भी ले आए थे. इसके बावजूद कार्रवाई नहीं की गई. गुरुवार को परिजन राधा को हैलट अस्पताल से छुट्टी कराकर रिश्तेदार के यहां ले गए.

शुक्रवार को राधा की मौत हो गई. कार्रवाई न होने का आरोप लगाकर परिजनों ने राधा का शव कोतवाली लाकर यहां हंगामा किया. तेजपाल ने आरोपितों के खिलाफ तहरीर दी. इस मामले में आरोपी प्रधान का एक धमकी भरा ऑडियो भी पीड़ित परिवार ने सोशल मीडिया पर वायरल किया है.

बताया कि पूरा ऑडियो पुलिस को दिया गया लेकिन पीड़ित पक्ष की पुलिस ने एक न सुनी. उलटा उन्हीं को प्रताड़ित किया गया. मृतक महिला का परिवार दबंग प्रधान से बेहद डरा-सहमा है. ग्राम छोड़ने की बात कह रहा है. पुरे मामले पर जब सीओ कायमगंज सोहराब आलम से बात की गई तो उन्होंने मामले में कार्रवाई कहने की बात कही.

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