फर्रुखाबाद : जिले में मेडिकल बोर्ड में उपस्थित न होने वाले दिव्यांग शिक्षकों की फिर से जांच होगी. बता दें राज्य मेडिकल बोर्ड के सामने उपस्थिति न होने वाले दिव्यांग शिक्षकों पर फिर से जांच की तलवार लटक गई है. यही वजह है कि जिले से अभी तक दिव्यांग शिक्षकों की सूचना बेसिक शिक्षा विभाग को नहीं भेजी जा रही है. जबकि विभाग ने दिसंबर में सूचना भेजने के आदेश दिए थे.
बेसिक शिक्षा विभाग में दिव्यांग शिक्षकों की नियुक्तियां हुई
दरअसल विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण 2007 और 2008 विशेष चयन के तहत प्रदेश भर में वर्ष 2010 से 2019 तक बेसिक शिक्षा विभाग में दिव्यांग शिक्षकों की नियुक्तियां हुई थी. भर्तियों के बाद दिव्यांग शिक्षकों को राज्य स्तरीय मेडिकल बोर्ड ने जांच के लिए बुलाया था. लेकिन, कई शिक्षक अनुपस्थित हो गए. इसके बाद बोर्ड कोर्ट गया, तो कोर्ट ने उनके पक्ष में फैसला सुनाते हुए अनुपस्थित शिक्षकों के मूल प्रमाण पत्र और उनकी मेडिकल जांच के आदेश राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद को दिए थे.
दिव्यांग शिक्षकों की सूची राज्य परियोजना कार्यालय नहीं भेजी गई
दिसंबर 2020 को बेसिक शिक्षा निदेशक डॉ. सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र भेजकर दिव्यांग शिक्षकों की सूची उपलब्ध कराने और उनकी सूचना ऑनलाइन गूगल सीट पर फीड कराने के आदेश दिए थे. लेकिन, अभी तक दिव्यांग शिक्षकों की सूची राज्य परियोजना कार्यालय लखनऊ नहीं भेजी गई है.
जिले में 84 दिव्यांग शिक्षकों की तैनाती
वहीं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी लालजी यादव ने बताया कि गूगल शीट पर ऑनलाइन सूचना फिट करा दी है. एक-दो दिन में दिव्यांग शिक्षकों की सूची भेज दी जाएगी. गौरतलब है कि जिले में 84 दिव्यांग शिक्षकों की तैनात की गई हैं. इनमें करीब 61 दिव्यांग पुरानी भर्ती के हैं और लगभग 23 शिक्षकों की नियुक्ति 69 हजार शिक्षक भर्ती में तहत हुई है.