फर्रुखाबाद : जिला पुलिस फतेहगढ़ के मोहल्ला कसरट्टा निवासी व मथुरा जेल में बंद माफिया अनुपम दुबे का भौकाल पूरी तरह से खत्म करने में जुटी है. पुलिस ने गैंगेस्टर एक्ट के तहत माफिया के करीबी होटल संचालक दो चचेरे भाइयों समेत एक अधिवक्ता को भी गिरफ्तार किया है.
रामनिवास यादव हत्याकांड में सुनाई गई थी उम्रकैद की सजा : पुलिस की ओर से जारी प्रेस रिलीज के अनुसार माफिया अनुपम दुबे को कानपुर की अदालत ने 14 मई 1996 को हुए इंस्पेक्टर रामनिवास यादव हत्याकांड में उम्रकैद की सजा सुनाई थी. अनुपम दुबे को सजा सुनाए जाने के बाद पुलिस ने बढ़पुर स्थित एक होटल के संचालक चचेरे भाई अभिषेक उर्फ अभी दुबे पुत्र ब्रजेश कुमार व संदीप दुबे पुत्र नरेश दुबे निवासी मोहल्ला घेरशामू खां व अधिवक्ता विनय दुबे उर्फ सोनू निवासी नवाब न्यामत खां को गिरफ्तार किया. पुलिस ने तीनों को गैंगेस्टर के मामले में गिरफ्तार किया है. तीनों का पुलिस ने जिला अस्पताल लोहिया मेडिकल परीक्षण कराया. उसके बाद न्यायलय में पेश किया गया. यहां से तीनों को जेल भेज दिया गया.
जमानत पर बाहर चल रहा था अभिषेक : अभिषेक व्यापारी पर जानलेवा हमले के मामले में पूर्व में भी जेल जा चुका है. शहर के मोहल्ला मजीद स्ट्रीट निवासी व्यापारी मोहन अग्रवाल ने 10 अक्टूबर 2020 को मोहल्ला वृंदावन गली निवासी सोनी रस्तोगी, वंशी रस्तोगी, गौरव गुप्ता और 30 अज्ञात के खिलाफ जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने 23 अक्टूबर 2021 में आरोपी होटल संचालक अभिषेक को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. अभिषेक इस समय जमानत पर बाहर चल रहा था.
यह भी पढ़ें : दरोगा की पिस्टल से चली गोली, पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए आई महिला के सिर में जा लगी