फर्रूखाबाद: एक महिला अपने 8 माह के बच्चे को लेकर राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंची. यहां महिला बच्चे को लेकर कई घंटे इधर-उधर भटकती रही. लेकिन, बच्चे को इलाज नहीं मिल पाया. बाद में गुहार लगाने पर बच्चे को भर्ती किया गया. फिर भी कोई डॉक्टर उसको देखने नहीं आया और बच्चे की मौत हो गई.
बच्चे की मां पूनम ने बताया कि 8 माह के बच्चे को इलाज के लिए लोहिया अस्पताल लेकर पहुंची. 5 घंटे इधर-उधर भटकने के बाद भी बच्चे को इलाज नहीं मिल पाया. बच्चे की स्थिति ठीक नहीं थी. जब उसने गुहार लगाई तो बच्चे को भर्ती कर लिया गया. लेकिन, कोई डॉक्टर उसे देखने नहीं आया. बस यही कहा जाता रहा कि डॉक्टर को फोन किया है. उनका फोन उठ नहीं रहा है. महिला ने आरोप लगाया कि अगर इलाज समय से मिल जाता तो बच्चे की जान बच जाती. वहीं, सीएमएस डॉक्टर राजकुमार गुप्ता ने बताया कि मंगलवार को दो बच्चों की मौत हो गई. बच्चों को भर्ती कर लिया गया था. उनका इलाज भी किया गया. बच्चों की स्थिति गंभीर थी. बच्चों का पहले कहीं प्राइवेट अस्पताल में उपचार चल रहा था. दो बच्चों की मौत लोहिया अस्पताल में ही हुई है.
भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष व एमएलसी प्रांशु दत्त द्विवेदी ने बताया कि जिलाधिकारी को प्रभावी कार्रवाई करना चाहिए. पूरे मामले को उप मुख्यमंत्री के समक्ष विस्तार से रखा जाएगा. जिले की स्वास्थ्य सेवाओं से कोई खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा. जांच कराई जाएगी. जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि केंद्र सरकार के 9 वर्ष पूरे होने पर जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित कर जनप्रतिनिधि भले ही हर व्यवस्था को बेहतर बता रहे हैं. लेकिन, स्वास्थ्य विभाग की हकीकत को वह भी नजरअंदाज कर रहे हैं. उनकी उदासीनता से जिले की स्वास्थ्य सेवाएं चरमराती जा रही हैं. आए दिन अस्पताल में डॉक्टरों के न मिलने की शिकायतें आती हैं. इसके बावजूद कोई भी जनप्रतिनिधि इस समस्या पर ध्यान नहीं देता है. पिछली 24 मई 2023 को जिले के दौरे पर आए प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक के सामने भी डॉक्टरों की कमी का मुद्दा उठाया गया था.
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