फर्रुखाबाद: बीजेपी सांसद मुकेश राजपूत एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार सांसद ने योगी सरकार पर सवाल उठाए हैं. उनका आरोप है कि सीएम योगी आदित्यनाथ से अब किसी भी अधिकारी की शिकायत करने में डर लगने लगा है. मुख्यमंत्री से अगर किसी अधिकारी की शिकायत की जाए तो कोई कार्रवाई नहीं होगी. वजह है कि आरोपी अधिकारियों से ही मामले की जांच कराई जा रही है.
सांसद मुकेश राजपूत ने कहा कि जब से योगी आदित्यनाथ सीएम बने, तब से किसी मामले में कार्रवाई नहीं हुई है. सांसद का आरोप है कि सीएम आरोपी अधिकारियों से ही मामलों की जांच करवा रहे हैं. प्रदेश के हर जनप्रतिनिधि के साथ ऐसा ही हो रहा है. किसी आरोपी अधिकारी को किसी भी मामले की जांच सौंपने से जांच का औचित्य ही समाप्त हो जाता है. सांसद ने कहा कि मेरी सीएम से विनती है कि जिन अधिकारियों की शिकायत की जा रही है, उनसे जांच न कराई जाए. अगर आरोप गंभीर है, तो उच्च अधिकारी से जांच कराएं.
सीएम से की थी शिकायत
बता दें कि कोविड एल-1 हॉस्पिटल में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीज अस्पताल में खराब खाना दिए जाने की शिकायत कर रहे थे. इन शिकायतों को लेकर सांसद ने शासन को पत्र लिखा था. इसके बाद सीएम कार्यालय के विशेष कार्याधिकारी आरएन सिंह ने मामले में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य व आयुक्त कानपुर मंडल को जांच के निर्देश दिए. जांच रिपोर्ट एक सप्ताह में मांगी गई थी. इसके बावजूद जांच रिपोर्ट करीब एक महीने में भेजी गई. रिपोर्ट में सीडीओ डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने शिकायत को पूरी तरह से खारिज कर दिया. यही नहीं सांसद की शिकायत को असत्य बता दिया.
डीएम ने दी जानकारी
जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने बताया कि जो रिपोर्ट सीएमओ ने दी थी, उसी के आधार पर मुख्य विकास अधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने आख्या लगाई है. रिपोर्ट तथ्यों के आधार पर भेजी गई है.