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Assembly Election 2022 : अमृतपुर विधानसभा क्षेत्र में कितना हुआ विकास, जानिए जनता की राय.. - people opinion on the issue of development

यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव 2022(Assembly Election 2022) का आगाज हो चुका है, सभी राजनीतिक दल चुनावी माहौल बनाने में जुट गए हैं. इस चुनावी माहौल में ईटीवी भारत की टीम ने फर्रुखाबाद जिले की अमृतपुर विधानसभा सीट पर विकास की स्थिति जानने की कोशिश की. ईटीवी भारत ने आगामी चुनाव को लेकर लोगों की राय भी जानी, रिपोर्ट पढ़िए..

अमृतपुर विधानसभा क्षेत्र में कितना हुआ विकास, जानिए जनता की राय
अमृतपुर विधानसभा क्षेत्र में कितना हुआ विकास, जानिए जनता की राय
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Published : Sep 13, 2021, 7:43 PM IST

Updated : Sep 15, 2021, 4:15 PM IST

फर्रुखाबाद : चुनाव नजदीक आते ही सभी राजनीतिक दल सत्ता पर काबिज होने के लिए अपने-अपने फार्मूले बनाने लगते हैं. चुनाव किसी भी स्तर का हो इसमें प्रतिभाग करने के लिए होड़ लगने में देर नहीं लगती है. चुनाव की डुगडुगी बजते ही राजनीतिक दल वोटरों को अपने पाले में लाने के लिए तरह-तरह के ऑफर लेकर आते हैं.

यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव 2022 का आगाज हो चुका है. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां वोटरों को लुभाने के लिए अपनी-अपनी जोर अजमाइज में लग गईं हैं. आगामी विधानसभा चुनाव में जनता किन-किन मुद्दों पर अपना मतदान करेगी व कौन से राजनीतिक दल को जनता का सपोर्ट मिलेगा. इन सभी मुद्दों पर बातचीत करने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने फर्रुखाबाद जिले की अमृतपुर विधानसभा क्षेत्र में धरातल पर उतरकर लोगों की राय जानने की कोशिश की.

अमृतपुर विधानसभा से ग्राउंड रिपोर्ट

आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर विकास की स्थिति जानने और लोगों की राय लेने के लिए ईटीवी भारत की टीम फर्रुखाबाद से करीब 25 किलोमीटर दूर अमृतपुर कस्बे में पहुंची. स्थानीय लोगों ने बताया कि चुनाव के बाद मौजूदा बीजेपी विधायक सुशील शाक्य क्षेत्र में एक या दो बार ही आए हैं. क्षेत्र में विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ है.

अमृतपुर विधानसभा क्षेत्र
अमृतपुर विधानसभा क्षेत्र

स्थानीय लोगों ने बताया कि इलाके में आवारा जानवर इधर-उधर घूमते रहते हैं. ये किसानों की फसलें नष्ट कर देते हैं. आवारा जानवरों से लोग परेशान हैं, लेकिन इस समस्या का कोई समाधान नहीं किया गया है. छुट्टा जानवरों ने कई बार स्थानीय लोगों को घायल भी किया है. साथ ही नाली के पानी का उचित निकास नहीं है, जिसके कारण आबादी में पानी का जमाव हो जाता है. ऐसे में संक्रमित रोग फैलने का खतरा रहता है.

आवारा जानवर नष्ट कर देते हैं किसानों की फसल
आवारा जानवर नष्ट कर देते हैं किसानों की फसल

स्थानीय लोगों ने बताया कि उनके यहां बिजली-पानी की समस्या भी है. इसके अलावा गंगा व रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से इलाके में बाढ़ का पानी भर जाता है, जिसका कोई समाधान नहीं हुआ है. स्थानीय लोगों की माने तो अमृतपुर कस्बे में आपेक्षित विकास ही हो सका है.

इलाके में भरा गंदा पानी
इलाके में भरा गंदा पानी

अभी तक अमृतपुर को नगर पंचायत में शामिल नहीं किया गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में बनी सड़कों पर जगह-जगह गड्डे हो गए हैं. जिसके कारण दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है. लोगों ने बताया कि उनके आस-पास के क्षेत्र में बालिकाओं के लिए इंटर व डिग्री कॉलेज नहीं है. जिसके कारण बालिकाओं को पढ़ाई के लिए फर्रुखाबाद जाना होता है.

सड़कों पर बने गड्डे
सड़कों पर बने गड्डे

अमृतपुर सीट के चुनावी समीकरण

यूपी के फर्रुखाबाद जिले की अमृतपुर विधानसभा संख्या 193 में कुल मतदाताओं की संख्या 3,07,351 है. विधानसभा चुनाव 2012 के नतीजों पर नजर डालें तो चुनाव में समाजवादी पार्टी के नरेंद्र सिंह यादव ने जेएकेपी के प्रत्यासी डॉक्टर जितेंद्र सिंह यादव को हराया था. विधानसभा चुनाव 2012 में बीजेपी प्रत्यासी सुशील शाक्य तीसरे स्थान पर रहे थे. जबकि बीएसपी के महावीर सिंह चौथे स्थान पर रहे थे. अमृतपुर सीट से विधानसभा चुनाव 2017 में बीजेपी प्रत्यासी सुशील कुमार शाक्य 50,911 वोट मिले थे. जबकि सपा के नरेंद्र सिंह यादव दूसरे दूसरे स्थान पर रहे थे. इस सीट पर सभी जातियों का वोट है. जिसमें ठाकुर व पंडित वोटों की संख्या लगभग बराबर है. अमृतपुर विधानसभा सीट वर्ष 2012 में अस्तित्व में आस्तित्व में आई थी. अस्तित्व में आने के बाद यहां अब तक सिर्फ 2 ही बार विधानसभा चुनाव हुआ है.

इसे पढ़ें- डेंगू का बढ़ता खौफ, गांव छोड़कर जा रहे लोग

फर्रुखाबाद : चुनाव नजदीक आते ही सभी राजनीतिक दल सत्ता पर काबिज होने के लिए अपने-अपने फार्मूले बनाने लगते हैं. चुनाव किसी भी स्तर का हो इसमें प्रतिभाग करने के लिए होड़ लगने में देर नहीं लगती है. चुनाव की डुगडुगी बजते ही राजनीतिक दल वोटरों को अपने पाले में लाने के लिए तरह-तरह के ऑफर लेकर आते हैं.

यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव 2022 का आगाज हो चुका है. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां वोटरों को लुभाने के लिए अपनी-अपनी जोर अजमाइज में लग गईं हैं. आगामी विधानसभा चुनाव में जनता किन-किन मुद्दों पर अपना मतदान करेगी व कौन से राजनीतिक दल को जनता का सपोर्ट मिलेगा. इन सभी मुद्दों पर बातचीत करने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने फर्रुखाबाद जिले की अमृतपुर विधानसभा क्षेत्र में धरातल पर उतरकर लोगों की राय जानने की कोशिश की.

अमृतपुर विधानसभा से ग्राउंड रिपोर्ट

आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर विकास की स्थिति जानने और लोगों की राय लेने के लिए ईटीवी भारत की टीम फर्रुखाबाद से करीब 25 किलोमीटर दूर अमृतपुर कस्बे में पहुंची. स्थानीय लोगों ने बताया कि चुनाव के बाद मौजूदा बीजेपी विधायक सुशील शाक्य क्षेत्र में एक या दो बार ही आए हैं. क्षेत्र में विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ है.

अमृतपुर विधानसभा क्षेत्र
अमृतपुर विधानसभा क्षेत्र

स्थानीय लोगों ने बताया कि इलाके में आवारा जानवर इधर-उधर घूमते रहते हैं. ये किसानों की फसलें नष्ट कर देते हैं. आवारा जानवरों से लोग परेशान हैं, लेकिन इस समस्या का कोई समाधान नहीं किया गया है. छुट्टा जानवरों ने कई बार स्थानीय लोगों को घायल भी किया है. साथ ही नाली के पानी का उचित निकास नहीं है, जिसके कारण आबादी में पानी का जमाव हो जाता है. ऐसे में संक्रमित रोग फैलने का खतरा रहता है.

आवारा जानवर नष्ट कर देते हैं किसानों की फसल
आवारा जानवर नष्ट कर देते हैं किसानों की फसल

स्थानीय लोगों ने बताया कि उनके यहां बिजली-पानी की समस्या भी है. इसके अलावा गंगा व रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से इलाके में बाढ़ का पानी भर जाता है, जिसका कोई समाधान नहीं हुआ है. स्थानीय लोगों की माने तो अमृतपुर कस्बे में आपेक्षित विकास ही हो सका है.

इलाके में भरा गंदा पानी
इलाके में भरा गंदा पानी

अभी तक अमृतपुर को नगर पंचायत में शामिल नहीं किया गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में बनी सड़कों पर जगह-जगह गड्डे हो गए हैं. जिसके कारण दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है. लोगों ने बताया कि उनके आस-पास के क्षेत्र में बालिकाओं के लिए इंटर व डिग्री कॉलेज नहीं है. जिसके कारण बालिकाओं को पढ़ाई के लिए फर्रुखाबाद जाना होता है.

सड़कों पर बने गड्डे
सड़कों पर बने गड्डे

अमृतपुर सीट के चुनावी समीकरण

यूपी के फर्रुखाबाद जिले की अमृतपुर विधानसभा संख्या 193 में कुल मतदाताओं की संख्या 3,07,351 है. विधानसभा चुनाव 2012 के नतीजों पर नजर डालें तो चुनाव में समाजवादी पार्टी के नरेंद्र सिंह यादव ने जेएकेपी के प्रत्यासी डॉक्टर जितेंद्र सिंह यादव को हराया था. विधानसभा चुनाव 2012 में बीजेपी प्रत्यासी सुशील शाक्य तीसरे स्थान पर रहे थे. जबकि बीएसपी के महावीर सिंह चौथे स्थान पर रहे थे. अमृतपुर सीट से विधानसभा चुनाव 2017 में बीजेपी प्रत्यासी सुशील कुमार शाक्य 50,911 वोट मिले थे. जबकि सपा के नरेंद्र सिंह यादव दूसरे दूसरे स्थान पर रहे थे. इस सीट पर सभी जातियों का वोट है. जिसमें ठाकुर व पंडित वोटों की संख्या लगभग बराबर है. अमृतपुर विधानसभा सीट वर्ष 2012 में अस्तित्व में आस्तित्व में आई थी. अस्तित्व में आने के बाद यहां अब तक सिर्फ 2 ही बार विधानसभा चुनाव हुआ है.

इसे पढ़ें- डेंगू का बढ़ता खौफ, गांव छोड़कर जा रहे लोग

Last Updated : Sep 15, 2021, 4:15 PM IST
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