फर्रुखाबाद: सुभाष बाथम एनकाउंटर के बाद शुक्रवार को बम डिस्पोजल स्क्वायड (बीडीएस) की टीम मुरादाबाद से मोहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत करथिया गांव पहुंची. बीडीएस टीम को बड़ी मात्रा में सुभाष के घर से विस्फोटक बरामद हुआ. इसी विस्फोटक के दम पर सुभाष बच्चों को बम से उड़ाने की लगातार धमकी दे रहा था.
एएसपी त्रिभुवन सिंह के अनुसार बच्चों को तहखाने में बंधक बनाया गया था. यहां पर सिरफिरे सुभाष ने पांच किलो के सिलेंडर को काटकर बम बनाकर बच्चों के पास लगा दिया था. इसके साथ ही घर के अंदर एक बोरी में पांच बड़े देसी बम, 4 मध्यम साइज के बम, लगभग 100 छोटे बम और एक पेंट के डिब्बे में बारूद भरकर घातक बम तैयार था. उसके पास 315 बोर की रायफल, तमंचा समेत भारी मात्रा में कारतूस का जखीरा था. पुलिस ने बम समेत सभी हथियार बरामद कर लिए हैं.
एएसपी ने बताया कि बीडीएस टीम द्वारा बमों को निष्क्रिय कर दिया गया है. बम को बनाने के लिए बारूद और गंधक का इस्तेमाल किया गया था. इन बमों को देसी तकनीक से बनाया गया था, जो कि काफी प्रभावशाली थे. उन्होंने बताया कि अगर विस्फोट हो जाता तो आसपास के मकान भी ध्वस्त हो जाते.
आखिर कहां से आया इतना विस्फोटक
सुभाष के घर पर इतना भारी मात्रा में विस्फोटक मिलने के बाद पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल उठने लगे हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि आखिर सुभाष घर पर विस्फोटक एकत्र करता गया और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी.
एएसपी त्रिभुवन सिंह से पुलिस की इस लापरवाही पर कहा कि पुलिस तो कभी-कभी आती है. गांव वाले तो रोज मिलते रहते हैं. अगर किसी ग्रामीण को इसका शक होता. तभी तो इसकी जानकारी हो पाती. हालांकि सुभाष बच्चों को बंधक बनाने का योजनाबद्ध तरीके से कई दिनों से प्लान कर रहा था.
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