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फर्रुखाबाद: बम बनाने का एक्सपर्ट था सुभाष, सिलेंडर काटकर बनाया था घातक विस्फोटक

यूपी के फर्रुखाबाद में बच्चों को बंधक बनाने वाले सुभाष बाथम के घर से काफी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुआ है. सुभाष ने पांच किलोग्राम के सिलेंडर को काटकर बम बनाया था. इसी वजह से वह लगातार बच्चों को बम से उड़ाने की धमकी दे रहा था.

a large quantities of explosives have been found in house of subhash in farrukhabad
फर्रुखाबाद में सुभाष के घर में काफी मात्रा में विस्फोटक मिले.
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Published : Jan 31, 2020, 7:12 PM IST

फर्रुखाबाद: सुभाष बाथम एनकाउंटर के बाद शुक्रवार को बम डिस्पोजल स्क्वायड (बीडीएस) की टीम मुरादाबाद से मोहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत करथिया गांव पहुंची. बीडीएस टीम को बड़ी मात्रा में सुभाष के घर से विस्फोटक बरामद हुआ. इसी विस्फोटक के दम पर सुभाष बच्चों को बम से उड़ाने की लगातार धमकी दे रहा था.

जानकारी देते एएसपी.


एएसपी त्रिभुवन सिंह के अनुसार बच्चों को तहखाने में बंधक बनाया गया था. यहां पर सिरफिरे सुभाष ने पांच किलो के सिलेंडर को काटकर बम बनाकर बच्चों के पास लगा दिया था. इसके साथ ही घर के अंदर एक बोरी में पांच बड़े देसी बम, 4 मध्यम साइज के बम, लगभग 100 छोटे बम और एक पेंट के डिब्बे में बारूद भरकर घातक बम तैयार था. उसके पास 315 बोर की रायफल, तमंचा समेत भारी मात्रा में कारतूस का जखीरा था. पुलिस ने बम समेत सभी हथियार बरामद कर लिए हैं.

एएसपी ने बताया कि बीडीएस टीम द्वारा बमों को निष्क्रिय कर दिया गया है. बम को बनाने के लिए बारूद और गंधक का इस्तेमाल किया गया था. इन बमों को देसी तकनीक से बनाया गया था, जो कि काफी प्रभावशाली थे. उन्होंने बताया कि अगर विस्फोट हो जाता तो आसपास के मकान भी ध्वस्त हो जाते.

आखिर कहां से आया इतना विस्फोटक
सुभाष के घर पर इतना भारी मात्रा में विस्फोटक मिलने के बाद पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल उठने लगे हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि आखिर सुभाष घर पर विस्फोटक एकत्र करता गया और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी.

एएसपी त्रिभुवन सिंह से पुलिस की इस लापरवाही पर कहा कि पुलिस तो कभी-कभी आती है. गांव वाले तो रोज मिलते रहते हैं. अगर किसी ग्रामीण को इसका शक होता. तभी तो इसकी जानकारी हो पाती. हालांकि सुभाष बच्चों को बंधक बनाने का योजनाबद्ध तरीके से कई दिनों से प्लान कर रहा था.


ये भी पढ़ें: सीएम योगी ने फर्रुखाबाद पुलिस टीम को 10 लाख रुपये देने की घोषणा की

फर्रुखाबाद: सुभाष बाथम एनकाउंटर के बाद शुक्रवार को बम डिस्पोजल स्क्वायड (बीडीएस) की टीम मुरादाबाद से मोहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत करथिया गांव पहुंची. बीडीएस टीम को बड़ी मात्रा में सुभाष के घर से विस्फोटक बरामद हुआ. इसी विस्फोटक के दम पर सुभाष बच्चों को बम से उड़ाने की लगातार धमकी दे रहा था.

जानकारी देते एएसपी.


एएसपी त्रिभुवन सिंह के अनुसार बच्चों को तहखाने में बंधक बनाया गया था. यहां पर सिरफिरे सुभाष ने पांच किलो के सिलेंडर को काटकर बम बनाकर बच्चों के पास लगा दिया था. इसके साथ ही घर के अंदर एक बोरी में पांच बड़े देसी बम, 4 मध्यम साइज के बम, लगभग 100 छोटे बम और एक पेंट के डिब्बे में बारूद भरकर घातक बम तैयार था. उसके पास 315 बोर की रायफल, तमंचा समेत भारी मात्रा में कारतूस का जखीरा था. पुलिस ने बम समेत सभी हथियार बरामद कर लिए हैं.

एएसपी ने बताया कि बीडीएस टीम द्वारा बमों को निष्क्रिय कर दिया गया है. बम को बनाने के लिए बारूद और गंधक का इस्तेमाल किया गया था. इन बमों को देसी तकनीक से बनाया गया था, जो कि काफी प्रभावशाली थे. उन्होंने बताया कि अगर विस्फोट हो जाता तो आसपास के मकान भी ध्वस्त हो जाते.

आखिर कहां से आया इतना विस्फोटक
सुभाष के घर पर इतना भारी मात्रा में विस्फोटक मिलने के बाद पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल उठने लगे हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि आखिर सुभाष घर पर विस्फोटक एकत्र करता गया और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी.

एएसपी त्रिभुवन सिंह से पुलिस की इस लापरवाही पर कहा कि पुलिस तो कभी-कभी आती है. गांव वाले तो रोज मिलते रहते हैं. अगर किसी ग्रामीण को इसका शक होता. तभी तो इसकी जानकारी हो पाती. हालांकि सुभाष बच्चों को बंधक बनाने का योजनाबद्ध तरीके से कई दिनों से प्लान कर रहा था.


ये भी पढ़ें: सीएम योगी ने फर्रुखाबाद पुलिस टीम को 10 लाख रुपये देने की घोषणा की

Intro:फर्रुखाबाद: बच्चों को बंधक बनाने वाले सुभाष बाथम एनकाउंटर के बाद शुक्रवार को बम डिस्पोजल स्क्वाड की टीम मुरादाबाद से फर्रुखाबाद के मोहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत करथिया गांव पहुंची. बीडीएस टीम को बड़ी मात्रा में सुभाष के घर से विस्फोटक बरामद हुआ. तभी सुभाष बच्चों को बंधक बनाकर उन्हें बम से उड़ाने की लगातार धमकी दे रहा था.


Body:विओ- फर्रुखाबाद एएसपी त्रिभुवन सिंह के अनुसार, बच्चे जहां तहखाने में बंधक बनाए गए थे. वहां पर शातिर सुभाष ने 5 किलो के सिलेंडर को काटकर बम बनाकर बच्चों के पास लगा दिया था. इसके अलावा घर के अंदर पांच बड़े देसी बम एक बोरी में, 4 मध्यम साइज के बम, लगभग 100 छोटे बम और एक पेंट के डब्बे में बारूद भरकर उसको बम बनाया गया था. साथ ही 315 बोर की रायफल, तमंचा समेत भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुआ है. उन्होंने बताया कि बीडीएस टीम के द्वारा बम बरामद करके निष्क्रिय कर दिया गया है. एएसपी के मुताबिक, बम को बनाने के लिए बारूद और गंधक का इस्तेमाल किया गया था.इन बमों को देसी तकनीक से बनाया गया था, जो कि काफी प्रभावशाली थे. उन्होंने बताया कि अगर विस्फोट हो जाता तो आसपास के मकान भी ध्वस्त हो जाते.
आखिर कहां से आया भारी मात्रा में विस्फोटक: सुभाष के घर पर इतना भारी मात्रा में विस्फोटक मिलने के बाद पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल उठने लगे हैं. सबसे बड़ी बात तो यह है कि आखिर सुभाष घर पर विस्फोटक एकत्र करता गया और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी. वहीं जब एएसपी त्रिभुवन सिंह से पुलिस की इस लापरवाही पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि पुलिस तो कभी-कभी आती है. गांव वाले तो रोज मिलते रहते हैं. अगर किसी ग्रामीण को इसका शक होता. तभी तो इसकी जानकारी हो पाती.


Conclusion:हालांकि सुभाष बच्चों को बंधक बनाने का योजनाबद्ध तरीके से कई दिनों से प्लान कर रहा था.

बाइट- त्रिभुवन सिंह, एएसपी
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