इटावाः एसओजी और लवेदी थाना पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा 8 अक्टूबर को मिले लावारिस शव की गुत्थी सुलझा ली है. पुलिस ने बताया कि शव की पहचान अयोध्या के रामजन्मभूमि थाने पर तैनात पुलिस आरक्षी के रूप में हुई. साथ ही शव की गुत्थी को सुलझाते हुए सिपाही की हत्या करने वाले 5 अभियुक्तों को आला कत्ल तथा मृतक के कपड़े एवं अवैध असलहे सहित गिरफ्तार किया गया है. घटना को अंजाम देने वालों में 3 सगी बहनें सहित कुल 5 अभियुक्त शामिल हैं.
एसपी ग्रामीण ओमवीर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार महिला आरक्षी की मृतक के साथ एक ही थाने में तैनात थी. एक ही थाने में तैनाती होने के चलते मृतक योगेश से महिला की बातचीत होती थी. उन्होंने बताया कि महिला आरक्षी सिपाही योगेश से शादी करना चाहती थी, लेकिन योगेश ने शादी करने से इंकार कर दिया था. योगेश महिला सिपाही के साथ घर आ रहा था. इटावा में महिला सिपाही ने अपनी दो बहनों और उनके प्रेमी के साथ मिल कर योगेश की हत्या कर दी.
घटना में इस्तेमाल की गई कार मिली
एसपी ग्रामीण ने बताया कि हत्या करने के बाद सिपाही का शव इटावा जिले के लवेदी में फेंक दिया. इस घटना का खुलासा करते हुए तीन महिलाओं के साथ दो अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. उनके पास से एक अवैध तमंचा, आलाकत्ल, घटना में प्रयुक्त कार बरामद किया गया. साथ ही अभियुक्तों की निशानदेही पर मृतक के जले हुए कपड़े, जूते, पुलिस का आईकार्ड व आधार कार्ड भी पुलिस टीम द्वारा बरामद किए गए.
पुलिस टीम को मिला इनाम
वहीं एसएसपी आकाश तोमर द्वारा घटना का खुलासा करने वाले सत्येन्द्र सिंह यादव, प्रभारी एसओजी वी.के. सिंह, प्रभारी सर्विलांस मय टीम ब्रजेश कुमार, थानाध्यक्ष लवेदी मय पुलिस टीम को उत्साहवर्धन हेतु 25 हजार रुपये के पुरस्कार स्वरूप दिया गया है.