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इटावा परिवहन निगम ने पेश की ईमानदारी की मिसाल, सोने-चांदी के आभूषणों से भरा बैग लौटाया

यूपी के इटावा बस स्टेशन पर बीते 1 सितम्बर को लावारिस हालत में एक बैग मिला था. जिसमें सोने-चांदी के आभूषणों सहित कुछ कागज भी थे. जिसके मालिक को खोजकर निगम के अधिकारियों ने बैग को उसे सौंप दिया.

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Published : Sep 8, 2019, 11:51 AM IST

Updated : Sep 4, 2020, 12:24 PM IST

परिवहन निगम ने पेश की ईमानदारी की मिसाल

इटावा: मामला इटावा परिवहन निगम का है जहां निगम ने एक ईमानदारी की मिसाल पेश की है. बीते 1 सितम्बर को इटावा बस स्टेशन पर लगेज केबिन के सामने शाम 5 बजे लावारिस हालत में जूनियर स्टेशन इंचार्ज महेश चंद्र को एक बैग रखा मिला. एआरएम ने सूचना मिलने पर मौके पर पहुंच कर बैग को अपनी कस्टडी में लेकर जब उसकी तलाशी ली तो बैग में सोने-चांदी के जेवर और कुछ कागजात मिले. उन कागजों और बैग में मिले मोबाइल नम्बर के आधार पर खोज करते हुए उप्र परिवहन निगम के अधिकारियों ने इस बैग के असली मालिक को खोज निकाला. जिसके बाद गुरुवार को इस बैग को निगम के अधिकारियों ने असली मालिक को सौंप दिया.

परिवहन निगम ने पेश की ईमानदारी की मिसाल.

जानें पूरा मामला

  • इटावा बस स्टेशन पर बीते 1 सितम्बर को लावारिस हालत में एक बैग रखा मिला.
  • एआरएम राजीव शर्मा ने जब बैग को अपनी कस्टडी में लेकर उसकी तलाशी ली.
  • तलाशी में बैग में सोने-चांदी के जेवर और कुछ कागजात मिले.
  • बैग में मिले कागजों के आधार पर परिवहन निगम के अधिकारियों ने इस बैग के असली मालिक को खोज निकाला.
  • जिसके बाद गुरुवार को निगम के अधिकारियों ने बैग को असली मालिक को सौंप दिया.
  • बैग में रखे सोने चांदी के जेवरों की कीमत लगभग 50 हजार रुपये है.

बैग के असली मालिक ने बताया कि वह अपने गांव से दिल्ली सरकारी बस में बैठ कर जा रहा था. रास्ते मे शराब पीने के कारण वह नशे में हो गया और इटावा रोडवेज बस स्टैंड पर उसका बैग छूट गया. बैग में रखा सोने-चांदी का समान पूरा है.

इटावा: मामला इटावा परिवहन निगम का है जहां निगम ने एक ईमानदारी की मिसाल पेश की है. बीते 1 सितम्बर को इटावा बस स्टेशन पर लगेज केबिन के सामने शाम 5 बजे लावारिस हालत में जूनियर स्टेशन इंचार्ज महेश चंद्र को एक बैग रखा मिला. एआरएम ने सूचना मिलने पर मौके पर पहुंच कर बैग को अपनी कस्टडी में लेकर जब उसकी तलाशी ली तो बैग में सोने-चांदी के जेवर और कुछ कागजात मिले. उन कागजों और बैग में मिले मोबाइल नम्बर के आधार पर खोज करते हुए उप्र परिवहन निगम के अधिकारियों ने इस बैग के असली मालिक को खोज निकाला. जिसके बाद गुरुवार को इस बैग को निगम के अधिकारियों ने असली मालिक को सौंप दिया.

परिवहन निगम ने पेश की ईमानदारी की मिसाल.

जानें पूरा मामला

  • इटावा बस स्टेशन पर बीते 1 सितम्बर को लावारिस हालत में एक बैग रखा मिला.
  • एआरएम राजीव शर्मा ने जब बैग को अपनी कस्टडी में लेकर उसकी तलाशी ली.
  • तलाशी में बैग में सोने-चांदी के जेवर और कुछ कागजात मिले.
  • बैग में मिले कागजों के आधार पर परिवहन निगम के अधिकारियों ने इस बैग के असली मालिक को खोज निकाला.
  • जिसके बाद गुरुवार को निगम के अधिकारियों ने बैग को असली मालिक को सौंप दिया.
  • बैग में रखे सोने चांदी के जेवरों की कीमत लगभग 50 हजार रुपये है.

बैग के असली मालिक ने बताया कि वह अपने गांव से दिल्ली सरकारी बस में बैठ कर जा रहा था. रास्ते मे शराब पीने के कारण वह नशे में हो गया और इटावा रोडवेज बस स्टैंड पर उसका बैग छूट गया. बैग में रखा सोने-चांदी का समान पूरा है.

Intro:एंकर-उत्तर प्रदेश परिवहन निगम,अपने यात्रियों को विशेष सुविधा दे पाने में चाहे भले ही कीर्तिमान स्थापित न कर पा रहा हो,लेकिन इटावा में निगम ने एक ईमानदारी की मिसाल पेश की है।गत 1 सितम्बर को इटावा बस स्टेशन पर लगेज केबिन के सामने शाम 5 बजे लावारिश हालत में बैग रखा,जूनियर स्टेशन इंचार्ज ने देखा।शाम 5 बजे से रात्रि 9 बजे तक इटावा परिवहन निगम के जूनियर स्टेशन इंचार्ज महेश चंद्र लावारिश स्थिति में रखे इस बैग पर नजर बनाए रहे।जब बैग को इन चार घण्टों में कोई उठाने नहीं आया तो उन्होने ने अपने एआरएम को इसकी सूचना दी।उन्होंने मौके पर पहुंच कर बैग को अपनी कस्टडी में लेकर जब उसकी तलाशी ली,तो बैग में सोने चांदी के जेवर मिले और कुछ कागजात भी मिले।उन कागजों व बैग में मिले मोबाइल न0 के आधार पर खोज करते हुए उ0प्र0परिवहन निगम के अधिकारी इस बैग के असली मालिक तक पहुंच गए और आज गुरुवार की शाम जेवरात वाले इस बैग को निगम के अधिकारियों ने असली मालिक को सौंप दिया।इस बैग के असली मालिक ने बताया कि वह अपने गाँव से दिल्ली सरकारी बस में बैठ कर जा रहा था।रास्ते मे शराब पीने के कारण वह नशे में हो गया और इटावा रोडवेज बस स्टैंड पर उसका बैग छूट गया।यात्री ने बताया कि बैग में रखा उसका सोने चांदी का समान पूरा है।

वाइट-(1)-देवेंद्र सिंह(बस यात्री)
(2)-महेश चंद्र(जूनियर स्टेशन इंचार्ज,इटावा)
(3)-राजीव शर्मा(एआरएम,यूपी परिवहन निगम)


Body:वीओ(1)-यात्री को वापस किये गए बैग में रखे सोने चांदी के जेवरों की कीमत लगभग 50हजार रुपये है।परिवहन निगम ने असली मालिक को 5 दिन बाद बैग वापस कर जिस ईमानदारी का सबूत दिया है,उससे उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की इमेज अपने यात्रियों की नजर में बेहद खूबसूरत हुई है।


Conclusion:सन्दीप मिश्र इटावा।8445980843
Last Updated : Sep 4, 2020, 12:24 PM IST
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