इटावा: मामला इटावा परिवहन निगम का है जहां निगम ने एक ईमानदारी की मिसाल पेश की है. बीते 1 सितम्बर को इटावा बस स्टेशन पर लगेज केबिन के सामने शाम 5 बजे लावारिस हालत में जूनियर स्टेशन इंचार्ज महेश चंद्र को एक बैग रखा मिला. एआरएम ने सूचना मिलने पर मौके पर पहुंच कर बैग को अपनी कस्टडी में लेकर जब उसकी तलाशी ली तो बैग में सोने-चांदी के जेवर और कुछ कागजात मिले. उन कागजों और बैग में मिले मोबाइल नम्बर के आधार पर खोज करते हुए उप्र परिवहन निगम के अधिकारियों ने इस बैग के असली मालिक को खोज निकाला. जिसके बाद गुरुवार को इस बैग को निगम के अधिकारियों ने असली मालिक को सौंप दिया.
जानें पूरा मामला
- इटावा बस स्टेशन पर बीते 1 सितम्बर को लावारिस हालत में एक बैग रखा मिला.
- एआरएम राजीव शर्मा ने जब बैग को अपनी कस्टडी में लेकर उसकी तलाशी ली.
- तलाशी में बैग में सोने-चांदी के जेवर और कुछ कागजात मिले.
- बैग में मिले कागजों के आधार पर परिवहन निगम के अधिकारियों ने इस बैग के असली मालिक को खोज निकाला.
- जिसके बाद गुरुवार को निगम के अधिकारियों ने बैग को असली मालिक को सौंप दिया.
- बैग में रखे सोने चांदी के जेवरों की कीमत लगभग 50 हजार रुपये है.
बैग के असली मालिक ने बताया कि वह अपने गांव से दिल्ली सरकारी बस में बैठ कर जा रहा था. रास्ते मे शराब पीने के कारण वह नशे में हो गया और इटावा रोडवेज बस स्टैंड पर उसका बैग छूट गया. बैग में रखा सोने-चांदी का समान पूरा है.