ETV Bharat / state

यमुना किनारे इस मंदिर में भी मिनी स्कर्ट और कटी-फटी जींस पहनकर आने पर रोक

इटावा के ऐतिहासिक मंदिर में भी मर्यादित कपड़े पहनकर आने की अपील की गई है. मुख्य पुजारी ने लोगों ने अपील को मानने की अपील की है. इसी के साथ मंदिर मंदिर को पिकनिक स्पॉट न समझने की नसीहत दी है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Jul 15, 2023, 7:07 PM IST

इटावा के मंदिर न किया ड्रेस कोड लागू

इटावा: जनपद में यमुना नदी के किनारे स्थित महाभारत कालीन सभ्यता से जुड़े ऐतिहासिक काली वाहन मंदिर में भी श्रद्धालुओं को मर्यादित कपड़े पहनकर आने की अपील की गई है. मंदिर प्रबंधन की ओर से मंदिर की दीवार पर पोस्टर लगाकर भड़काऊ वस्त्र पहनकर मंदिर परिसर में नहीं आने का अनुराध किया गया है. गौरतलब है, काली वाहन मंदिर में यूपी, एमपी, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड सहित अन्य तमाम राज्यों से श्रद्धालु आते हैं.

हाल ही में उत्तराखंड के केदारनाथ मंदिर में रील बनाने को लेकर एक विवाद सामने आया था. जिस पर वहां के मंदिर प्रशासन ने रील बनाने वाले और यूट्यूबरों पर रोक लगाने के साथ-साथ छोटे-छोटे और कटे फटे फैशनेवल कपड़े पहनने पर रोक लगाई थी. इसी क्रम में अब के काली वाहन मंदिर पर भी एक पोस्टर चस्पा किया गया है. जिसमें जिनमें साफ-साफ लिखा है...

'विनम्र अनुरोध! सभी महिलाएं एवं पुरुष मंदिर में मर्यादित वस्त्र ही पहनकर आएं. छोटे वस्त्र हाफ पैंट, मिनी स्कर्ट, बरमुडा, नाइट सूट और कटी-फटी जींस आदि पहनकर में प्रवेश न करें. माता-बहनें सिर ढककर ही मंदिर में प्रवेश करें. इसमें सहयोग करें, इससे आपके संस्कार और आपकी मर्यादा दर्शाती है. निदेक आप और हम.'


मंदिर के मुख्य पुजारी सचिन गिरी ने बताया कि लोग मंदिर परिसर को पिकनिक स्पॉट न समझें. इससे पहले भी देश भर के अलग-अलग धार्मिक स्थलों एवं मंदिरों में ड्रेस कोड लागू किए जा चुके हैं. इसीलिए काली वाहन मंदिर परिसर में कई जगह अनुरोध के पोस्टर लगाए गए हैं. जिनमें साफ-साफ लिखा है कि हाफ पेंट, बरमूडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट और कटी-फटी जींस पहन कर कोई भी श्रद्धालु मंदिर परिसर में पूजा अर्चना करने के लिए कतई न आए. उन्होंने कहा कि काली वाहन मंदिर में नवरात्र में व अन्य दिनों में श्रद्धालु माता रानी के दर्शन के लिए आते हैं और अपनी मनोकामना पूरा करने की अरदास लगाते है.

यह भी पढ़ें: Watch Video: सावन के पहले सोमवार पर मर्यादित कपड़े पहनकर मंदिरों में पहुंचे श्रद्धालु

यह भी पढ़ें: विश्वनाथ मंदिर में ड्रेस कोड पर अपने ही फैसले से 24 घंटे में पलटा मंदिर प्रशासन

इटावा के मंदिर न किया ड्रेस कोड लागू

इटावा: जनपद में यमुना नदी के किनारे स्थित महाभारत कालीन सभ्यता से जुड़े ऐतिहासिक काली वाहन मंदिर में भी श्रद्धालुओं को मर्यादित कपड़े पहनकर आने की अपील की गई है. मंदिर प्रबंधन की ओर से मंदिर की दीवार पर पोस्टर लगाकर भड़काऊ वस्त्र पहनकर मंदिर परिसर में नहीं आने का अनुराध किया गया है. गौरतलब है, काली वाहन मंदिर में यूपी, एमपी, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड सहित अन्य तमाम राज्यों से श्रद्धालु आते हैं.

हाल ही में उत्तराखंड के केदारनाथ मंदिर में रील बनाने को लेकर एक विवाद सामने आया था. जिस पर वहां के मंदिर प्रशासन ने रील बनाने वाले और यूट्यूबरों पर रोक लगाने के साथ-साथ छोटे-छोटे और कटे फटे फैशनेवल कपड़े पहनने पर रोक लगाई थी. इसी क्रम में अब के काली वाहन मंदिर पर भी एक पोस्टर चस्पा किया गया है. जिसमें जिनमें साफ-साफ लिखा है...

'विनम्र अनुरोध! सभी महिलाएं एवं पुरुष मंदिर में मर्यादित वस्त्र ही पहनकर आएं. छोटे वस्त्र हाफ पैंट, मिनी स्कर्ट, बरमुडा, नाइट सूट और कटी-फटी जींस आदि पहनकर में प्रवेश न करें. माता-बहनें सिर ढककर ही मंदिर में प्रवेश करें. इसमें सहयोग करें, इससे आपके संस्कार और आपकी मर्यादा दर्शाती है. निदेक आप और हम.'


मंदिर के मुख्य पुजारी सचिन गिरी ने बताया कि लोग मंदिर परिसर को पिकनिक स्पॉट न समझें. इससे पहले भी देश भर के अलग-अलग धार्मिक स्थलों एवं मंदिरों में ड्रेस कोड लागू किए जा चुके हैं. इसीलिए काली वाहन मंदिर परिसर में कई जगह अनुरोध के पोस्टर लगाए गए हैं. जिनमें साफ-साफ लिखा है कि हाफ पेंट, बरमूडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट और कटी-फटी जींस पहन कर कोई भी श्रद्धालु मंदिर परिसर में पूजा अर्चना करने के लिए कतई न आए. उन्होंने कहा कि काली वाहन मंदिर में नवरात्र में व अन्य दिनों में श्रद्धालु माता रानी के दर्शन के लिए आते हैं और अपनी मनोकामना पूरा करने की अरदास लगाते है.

यह भी पढ़ें: Watch Video: सावन के पहले सोमवार पर मर्यादित कपड़े पहनकर मंदिरों में पहुंचे श्रद्धालु

यह भी पढ़ें: विश्वनाथ मंदिर में ड्रेस कोड पर अपने ही फैसले से 24 घंटे में पलटा मंदिर प्रशासन

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.