इटावा: लॉकडाउन के दौरान मिली ढील में रेलवे ने पूरे देश में अपना परिचालन शुरू कर दिया है और लोगों के लिए रिजर्वेशन की सुविधा को भी शुरू कर दिया है. जिले में लगातार कोरोना के बढ़ते मरीजों के कारण शहर में रेलवे टिकट बुकिंग से ज्यादा रिफंड हो रहा है. आलम यह है कि स्टेशन की बुकिंग विंडो पर खड़े लोगों में अधिकांश अपने टिकट वापस करने के लिए आए हैं.
कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण लोगों में खौफ
अनलॉक-1 की शुरुआत हुए एक हफ्ते से अधिक का समय हो गया है. सरकार ने नई गाइडलाइन के साथ सभी सेवाओं को शुरू कर दिया है. इसी के साथ जून के शुरुआत से ही रेलवे का परिचालन भी शुरू कर दिया गया है और लोगों के लिए बुकिंग सुविधा भी शुरू कर दी गई है, लेकिन कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने से लोगों में खौफ का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जनपद में अभी तक रेलवे में करीब एक लाख रुपये के टिकट ही लोगों ने बुक की है. वहीं करीब छह लाख रुपये तक रिफंड का आंकड़ा पहुंच चुका है. स्थिति यह है कि नकद भुगतान न कर पाने की वजह से रेलवे को रिफंड के लिए लोगों को लौटाना पड़ रहा है.
कैश खत्म होने की वजह से लौट रहे लोग
रेलवे के अधिकारी ने बताया कि जब से इटावा जनपद में रेलवे बुकिंग काउंटर खोले गए हैं तब से यहां पर करीब एक लाख रुपये की ही बुकिंग हो पाई है. वहीं छह लाख रुपये तक का रिफंड का भुगतान हो चुका है. स्थिति यह आ गई है कि कैश न होने की वजह से लोगों को लौटाना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि कहीं न कहीं यह आंकड़े अभी और बढ़ने वाले हैं, क्योंकि कोरोना की संख्या जिस तरह से बढ़ रही है लोग असुरक्षा महसूस करते हुए घरों से निकलना कम ही पसंद कर रहे हैं. बहुत जरूरी होने पर ही रेल या किसी तरह की यात्रा कर रहे हैं.