इटावा: जिले के सरकारी अस्पताल में युवक को लेकर पहुंचे परिजनों ने डॉक्टर द्वारा मृत घोषित कर दिया गया और शव को शवगृह में रखवा दिया. जिसके बाद परिजनों ने शवगृह का ताला तोड़कर शव को निकाल कर दूसरे अस्पताल ले गए. जिला अस्पताल प्रशासन का आरोप है कि परिजनों ने जिला अस्पताल में तोड़फोड़ की. सीएमएस ने तोड़फोड़ करने वालों पर मुकद्दमा लिखने की कही बात है.
जिला अस्पताल में उस वक्त अफरा तफरी का माहौल हो गया जब एक युवक को उसके परिजन गम्भीर हालत में जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद परिजनों ने जिला अस्पताल में तोड़फोड़ शुरू कर दी. हॉस्पिटल के तमाम दरवाजों के शीशे तोड़ दिए गए. जिला अस्पताल में तोड़फोड़ करके परिजन मृतक को दूसरे प्राइवेट अस्पताल भी लेकर गए. लेकिन वहां भी डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया और मृतक के शव को शवगृह में रखवाया. परिजनों का आरोप है जिला अस्पताल में युवक जिंदा था. लेकिन वहां के डॉक्टर ने मरा घोषित कर दिया था.
मृतक के परिजनों डीएम चौराहे पर जाम भी लगाने की कोशिश की, लेकिन मौके पर थाना सिविल लाइन का पुलिसबल पहुंच गया. एसपी सिटी भी मौके पर पहुंचे जिससे उन्होंने जाम नहीं लगने दिया, लेकिन परिजन जिला अस्पताल पर आरोप लगाकर घण्टो चौराहे पर ड्रामा करते रहे. पुलिस ने शव को पुनः कब्जे में लेकर कार्यवाही शुरू की है जबकि सीएमएस ने तोड़फोड़ करने वालों पर मुकद्दमा लिखने की कही बात है.