इटावा: फर्जी शस्त्र लाइसेंस की रिवल्वॉर, 315 बोर की बंदूक, 36 कारतूस, कार, 17950 रुपये कैश और 7 मोबाइल फोन बरामद किये गए हैं. गैंग का सरगना मनीष जाटव इससे पहले भी इटावा सिविल पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है. एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने कहा कि गिरफ्तार सभी अपराधियों के खिलाफ अलग-अलग जिलों में दर्जनों अपराधिक मामले दर्ज हैं.
सोमवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि जसवंतनगर थाना क्षेत्र में बीते रविवार की रात को वाहन चेकिंग के दौरान क्रेटा कार सवार पांच लोगों को रोका गया. उनके पास मौजूद बंदूक के कागजात मांगने पर रिवाल्वर का लाइसेंस दिखाया गया. यह जांच में फर्जी पाया गया, लेकिन ये लोग बंदूक का लाइसेंस नहीं दिखा सके. इसके बाद पुलिस ने पूछताछ के लिए सभी को हिरासत में लिया. वहीं जगसौरा निवासी शीला देवी पत्नी स्वर्गीय भगवान सिंह ने मनीष और उसके साथियों के खिलाफ उसके घर में घुसकर धमकी देने, रंगदारी मांगने, गाली गलौज करने का आरोप लगाया था. पुलिस ने महिला की तहरीर पर 147, 149, 452, 504, 506 जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया.
इटावा में फर्जी आईआरएस अधिकारी गिरफ्तार (Fake IRS officer arrested in Etawah) होने के मामले में एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने कहा कि जसवन्तनगर पुलिस ने फर्जी आईआरएस अधिकारी बनकर लोगों पर रौब गांठने और लोगों को अधिकारी बताकर लाभ उठाने वाले मनीष कुमार पुत्र राम प्रकाश निवासी जगसौरा थाना जसवन्तनगर और उसके चार अन्य साथियों का पास एक रिवॉल्वर और एक फैक्ट्री मेड राइफल मिली. रिवाल्वर का लाइसेंस देखने पर संदिग्ध प्रतीत हुआ. इस पर पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की. इसके बाद मनीष ने बताया कि उसने फर्जी आईआरएस बनकर यह लाइसेंस गौतमबुद्ध नगर से बनवाया था. 2020 में जेल जाने पर लाइसेंस निरस्त हो गया था. निरस्त लाइसेंस में हेरा फेरी करके बरामद रिवॉल्वर, मध्य प्रदेश के मुरैना से खरीदी थी.
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने कहा कि ये लोग राइफल और क्रेटा कार के कागजात भी नहीं दिखा सके. वही मनीष एक बैंक में पीओ के पद पर तैनात था. वहां उसने लोन के मामले में हेराफेरी थी. इसके बाद उसको नौकरी से बर्खास्त किया गया था. उन्होंने बताया कि सभी अभियुक्तों को निरीक्षक मुकेश सोलंकी, एसएसआई मनोज कुमार, उपनिरीक्षक करन वीर सिंह, भगवान सिंह हेड कांस्टेबल शिशुपाल सिंह, कांस्टेबल रामरतन, दानिश मोहम्मद और गाड़ी ड्राइवर मुस्तकीम बाबू ने मिलकर मनीष के साथ लव कुश, कुमार यादव, राजवीर, प्रवीण कुमार को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार करने वाली टीम को 20 हजार रुपये पुरस्कार देने की घोषणा भी की गई.
ये भी पढ़ें- Kanpur Dehat : मां-बेटी की जलकर मौत के मामले में SDM, लेखपाल, SHO पर FIR