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इटावा रैगिंग मामला: डीएम ने यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार और एसडीएम सैफई से मांगी जांच रिपोर्ट

इटावा के सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस के जूनियर छात्रों के साथ हुई रैगिंग मामले में प्रशासन एक्शन में आ गया है. डीएम ने यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार और सैफई के एसडीएम से दो घंटे में जांच कर रिपोर्ट भेजने को कहा है.

इटाव में एमबीबीएस छात्रों के साथ रैगिंग.
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Published : Aug 21, 2019, 9:51 PM IST

Updated : Sep 4, 2020, 12:24 PM IST

इटावा: सैफई के मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस के प्रथम वर्ष के छात्रों की रैंगिंग का वीडियो मीडिया में प्रसारित होने के बाद से यूनिवर्सटी में हड़कम्प का माहौल है. इस मामले में शासन ने इटावा जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है. डीएम जेबी सिंह ने एसडीएम सैफई व यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार से मामले की रिपोर्ट दो घंटे में देने को कहा है.

जानकारी देते डीएम.

मामले को दबाने का प्रयास
इधर, सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के सूत्रों ने बताया है कि छात्रों की रैंगिंग के मामले को यूनिवर्सिटी प्रशासन दबाने का प्रयास कर रहा है. रैंगिंग के शिकार एमबीबीएस के जूनियर छात्रों को यूनिवर्सिटी प्रशासन यह समझाने का प्रयास कर रहा है कि अगर जूनियर छात्रों ने रैंगिंग की पुष्टि कर दी तो उनका कैरियर चौपट हो सकता है.

ये भी पढे़ं: सैफई मेडिकल कॉलेज में MBBS छात्रों की रैगिंग, सिर मुंडवाकर कराया कदमताल

सूत्र बता रहे है कि रैंगिंग के शिकार जूनियर छात्रों को यह समझाने का प्रयास यूनिवर्सिटी प्रशासन कर रहा है कि वे शासन की जांच में स्वेच्छा से सिर का मुंडन कराने की बात कह दें.

मामले में मैने एसडीएम सैफई और मेडिकल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार से दो घंटे के अंदर अलग-अलग जांच कर आख्या मांगी गई है. आख्या आने के बाद पूरी रिपोर्ट शासन को भेजेंगे.
-जेबी सिंह, डीएम

इटावा: सैफई के मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस के प्रथम वर्ष के छात्रों की रैंगिंग का वीडियो मीडिया में प्रसारित होने के बाद से यूनिवर्सटी में हड़कम्प का माहौल है. इस मामले में शासन ने इटावा जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है. डीएम जेबी सिंह ने एसडीएम सैफई व यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार से मामले की रिपोर्ट दो घंटे में देने को कहा है.

जानकारी देते डीएम.

मामले को दबाने का प्रयास
इधर, सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के सूत्रों ने बताया है कि छात्रों की रैंगिंग के मामले को यूनिवर्सिटी प्रशासन दबाने का प्रयास कर रहा है. रैंगिंग के शिकार एमबीबीएस के जूनियर छात्रों को यूनिवर्सिटी प्रशासन यह समझाने का प्रयास कर रहा है कि अगर जूनियर छात्रों ने रैंगिंग की पुष्टि कर दी तो उनका कैरियर चौपट हो सकता है.

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सूत्र बता रहे है कि रैंगिंग के शिकार जूनियर छात्रों को यह समझाने का प्रयास यूनिवर्सिटी प्रशासन कर रहा है कि वे शासन की जांच में स्वेच्छा से सिर का मुंडन कराने की बात कह दें.

मामले में मैने एसडीएम सैफई और मेडिकल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार से दो घंटे के अंदर अलग-अलग जांच कर आख्या मांगी गई है. आख्या आने के बाद पूरी रिपोर्ट शासन को भेजेंगे.
-जेबी सिंह, डीएम

Intro:विशेष नोट-सर इस स्टोरी से सम्बंधित डीएम की वाइट व विजुअल मोजो से भेजे जा रहे हैं।

एंकर-इटावा के सैफ़ई के मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस के प्रथम वर्ष के छात्रों की रैंगिंग का वीडियो मीडिया में प्रसारित होने के बाद से मेडिकल यूनिवर्सटी में अब हड़कम्प का माहौल है।इस रैंगिंग के प्रकरण शासन ने इटावा जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांग ली है।डीएम जेबी सिंह ने एसडीएम सैफ़ई व यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार से मामले की रिपोर्ट दो घण्टे में देने को कहा है।डीएम ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद पूरी रिपोर्ट शासन को भेजेंगे।
Body:वाइट-जेबी सिंह(डीएम इटावा)Conclusion:वीओ(1)-इधर सैफ़ई मेडिकल यूनिवर्सिटी के सूत्रों ने बताया है कि छात्रों की रैंगिंग के मामले में को दबाने का प्रयास यूनिवर्सिटी प्रशासन कर रहा है।रैंगिंग के शिकार एमबीबीएस के जूनियर छात्रों को यूनिवर्सिटी प्रशासन यह समझाने का प्रयास कर रहा है कि अगर जूनियर छात्रों ने रैंगिंग की पुष्टि कर दी तो उनका कैरियर चौपट हो सकता है।सूत्र बता रहे है कि रैंगिंग के शिकार जूनियर छात्रों को यह समझाने का प्रयास यूनिवर्सिटी प्रशासन कर रहा है कि वे शासन की जांच में स्वेचक्षा से सिर का मुंडन कराने की बात कह दें।अब यह तो जाँच के बाद ही पता चलेगा कि इस मामले में सच की हार होती है या झूठ की जीत
Last Updated : Sep 4, 2020, 12:24 PM IST
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