इटावा (उत्तर प्रदेश) : उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में एक सिपाही बुधवार को अपने 2 साल के मृत बच्चे का शव लेकर एसएसपी ऑफिस पहुंच गया. सिपाही ने पहले विभाग से बीमार पत्नी और बच्चे की देखभाल के लिए छुट्टी मांगी थी. मगर उसे छुट्टी नहीं मिली. बच्चे की मौत के बाद सिपाही शव लेकर एसएसपी को यह भरोसा दिलाने पहुंचा था कि उसने झूठ बोलकर छुट्टी नहीं मांगी थी, बल्कि उसे सच में इसकी जरूरत थी.
आईएएनएस के मुताबिक, बैदपुरा में तैनात कांस्टेबल सोनू चौधरी एकता कॉलोनी में रहता है. उसका फ्लैट ग्राउंड फ्लोर पर है. सोनू चौधरी मूल रूप से मथुरा का रहने वाला है. उसने सात जनवरी को एसपी सिटी के पास छुट्टी का आवेदन दिया था. एप्लिकेशन में उसने अपनी बीमार पत्नी और छोटे बच्चे की देखभाल की बात कही थी.
एसएसपी ऑफिस पहुंचे सोनू चौधरी ने आरोप लगाया कि दिसंबर महीने में उसकी पत्नी कविता का ऑपरेशन हुआ था. इस कारण डॉक्टरों ने उसे बेडरेस्ट करने की सलाह दी थी. पत्नी की बीमारी के कारण वह अपने बेटे दो साल के हर्षित की देखभाल कर रहा था. मगर एप्लिकेशन देने के बावजूद बीमार पत्नी और बच्चे की देखभाल के लिए उसे छुट्टी नहीं दी गई.
बुधवार दोपहर जब वह काम पर निकले थे, बीमार पत्नी घर में थी. इस बीच उसका दो साल का बेटा हर्षित घर से बाहर निकला और पानी से भरे गड्ढे में गिर गया. थोड़ी देर बाद जब उसकी तलाश हुई तो वह गड्ढे में उतराता हुआ मिला. बच्चे को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. एसएसपी ऑफिस में अधिकारियों ने कांस्टेबल को सांत्वना दी और उसे एकता कॉलोनी में अपने घर वापस जाने के लिए राजी किया. एसपी सिटी कपिल देव सिंह ने कहा कि इस मामले की जांच के लिए फ्रेंडस कॉलोनी के प्रभारी को कहा गया है. मामले की जांच की जा रही है.
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