इटावा: टोलकर्मियों के साथ मारपीट के मामले में रामशंकर कठेरिया ने सफाई दी है. इटावा सफारी पार्क में वृक्षारोपण करने आए भाजपा सांसद ने इसे टोलकर्मियों की गलती करार दिया. उनका कहना है कि टोलकर्मियों ने ही उनके सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट की है.
क्या है पूरा मामला
- शनिवार सुबह करीब चार बजे सांसद रमाशंकर कठेरिया, उनके समर्थक और सुरक्षाकर्मी पांच छोटी गाड़ियां और एक बस के काफिले के साथ दिल्ली से इटावा जा रहे थे.
- यमुना एकसप्रेस-वे, इनर रिंग रोड के रहनकाला गांव स्थित टोल प्लाजा से सांसद रमाशंकर कठेरिया का काफिला गुजर रहा था.
- सांसद के साथ की अन्य गाड़ियों से टोल कर्मियों ने टोल मांगा तो सांसद और उनके समर्थक भड़क गए और गाड़ियों से उतर आए.
- सांसद समर्थकों और सुरक्षा कर्मियों ने टोल कर्मियों के साथ मारपीट शुरू कर दी.
- बवाल होता देख टोल प्लाजा के बाउंसर वहां आ गए तो उनके साथ भी मारपीट की गई.
- सांसद के सुरक्षा कर्मियों खुलेआम टोल प्लाजा पर फायरिंग कर दी.
- सांसद समर्थकों की गुंडई का यह पूरा वाक्या टोल प्लाजा के सीसीटीवी में कैद हो गया.
- टोल प्लाजा के शिफ्ट इंचार्ज ने एत्मादपुर थाने में चार टोलकर्मियों और बाउंसर से मारपीट और फायरिंग की शिकायत दर्ज कराई थी.
मीडिया से बातचीत में रामशंकर कठेरिया ने कहा कि टोल कर्मी नहीं समझ पाए कि यह गाड़ी हमारी है. टोल से मेरी गाड़ी के पीछे से दूसरी गाड़ी निकली, जिसमें भी मेरे सुरक्षाकर्मी थे. टोल कर्मियों ने ही हमारी गाड़ी को रोक कर सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट शुरू कर दी. बचाव के लिए हमारे सुरक्षाकर्मियों ने हवाई फायर कर दिया.
- रामशंकर कठेरिया, भाजपा सांसद