इटावाः अपने ही परिजनों से पैसे लेने के लिए 10वीं के छात्र ने अपने ही अपहरण की कहानी रची थी. छात्र ने परिजनों को फोन करके 1 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी. पुलिस ने मामले की गुत्थी सिर्फ 24 घंटे में ही सुलझा ली है.
दरअसल, चकरनगर कस्बे से बीते मंगलवार की दोपहर एक 16 वर्षीय लड़का घर से कोचिंग के लिए निकला था. थोड़ी देर बाद उसने अपने ताऊ को अपहरण की सूचना दी. इसके बाद परिजनों द्वारा सूचना पुलिस विभाग को दी गई. अपहरण की सूचना पर पुलिस में हड़कंप मच गया. देर रात पुलिस को सूचना मिली कि एक 16 वर्षीय लड़का डेरी के पास सड़क पर बचाओ-बचाओ चिल्ला रहा है. मौके पर पहुंची पुलिस मौके ने देखा कि उसके हाथ बंधे हुए हैं. जब छात्र से पूछताछ की गई तो अपहरण की सूचना प्रमाणित नहीं हो सकी. इसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली.
एसएसपी जय प्रकाश ने बताया कि मंगलवार दिन में करीब 3 बजे सूचना मिली कि एक लड़के का अपहरण हो गया है. पुलिस ने सूचना मिलते ही आनन-फानन में घटना की जांच की और टोली बनाकर क्षेत्र का घेराव करना शुरू कर दिया. उन्होंने बताया कि पता चला की घटना बनावटी थी. इस लड़के ने यह सब ड्रामा खुद अपने दिमाग से तैयार किया था.
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एसएसपी ने बताया कि लड़के ने अपना नाम असित यादव पुत्र राजेश यादव निवासी रमपुरा घार बताया है. उसने पूछताछ में खुद से साजिश रचना कबूल कर लिया है. पुलिस की पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि वह फालतू खर्च के लिए एक लाख रुपये परिजनों से चाहता था. वह इन रुपये मित्रों के साथ सैर सपाटा कर खर्च करना चाहता था. इस गलती के लिए छात्र ने अफसोस भी किया है.
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