एटाः पराग डेयरी स्थित कांशीराम कॉलोनी में संक्रामक बीमारियों के पांव पसारने के बाद दर्जनों लोग बीमार पड़ गए. इतना ही नहीं बीते 15 दिनों में बीमारी के चलते करीब छह लोगों की मौत भी हो गई. इतना कुछ हो जाने के बाद जिले का प्रशासन जाग गया है और अधिकारियों ने मौका मुआयना शुरू किया.
जिले के सीएमओ डॉ. अजय अग्रवाल ने ईटीवी के साथ बातचीत करते हुए कहा कि इस कॉलोनी में गंदगी बहुत है. जो पाइप लाइनें हैं, वह गंदगी के बीच से होकर गुजर रही हैं. उन्होंने बताया जब पानी नीचे से ऊपर की तरफ जाता है. तो गंदगी को भी अपने साथ ले जाता है. गंदा पानी पीने से लोग बीमार पड़े.
उन्होंने बताया कि पानी का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जा रहा है. रिपोर्ट आने पर पानी की गुणवत्ता का पता चल सकेगा. उन्होंने बीते 15 से 20 दिनों में हुई मौतों की बात तो मानी, लेकिन बीमारी से हुई मौत की बात से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि कोई भी मौत सरकारी अस्पताल में नहीं हुई.
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वहीं जब ईटीवी भारत ने नगरपालिका के ईओ दीप कुमार के सामने कॉलोनी में टूटी पाइप लाइनों का मुद्दा उठाया, तो उन्होंने बताया की जो पाइपलाइन पड़ी है. उनकी गुणवत्ता बहुत खराब है. जिसके चलते वह आए दिन टूट जाती हैं.
ईओ दीप कुमार के मुताबिक जैसे उनके संज्ञान में आया उन्होंने पाइप लाइन को ठीक करा दिया. लेकिन पाइपलाइन को दुरुस्त कराने के बाद भी उसमें लीकेज जारी थी. हालांकि उन्होंने एक बार फिर निरीक्षण करा कर उसको ठीक कराने की बात कही है. साथ ही सीएमओ की बात को काटते हुए कहा कि पाइप लाइन टूटी रहने से गंदगी नहीं जाती है क्योंकि पानी प्रेशर के साथ जाता है.