एटाः जिले में बीते 29 मई को वृद्ध राधेश्याम का शव पिलुआ थाना क्षेत्र के एक ईंट भट्ठे के पास संदिग्ध अवस्था में मिला था. परिजनों ने राधेश्याम की हत्या का आरोप लगाया था. पुलिस ने मामले की छानबीन कर आखिरकार नतीजे पर पहुंची. एसएसपी उदय शंकर सिंह ने मामले का खुलासा किया तो सभी के होश उड़ गए. राधेश्याम की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उनके छोटे बेटे सत्यभान ने अपने साथियों के साथ मिलकर की थी. पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित पांच को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
जाने पूरा मामला
मामला जिले के पिलुआ थाना क्षेत्र के भदवास गांव का है. बीते 29 मई को एक ईंट भट्टे के पास गांव के राधेश्याम का शव मिला था. पुलिस छानबीन में लगी थी. मामले का एसएसपी उदय शंकर सिंह ने खुलासा किया तो सब भौचक्के रह गए. एसएसपी घटना का खुलासा करते हुए बताया कि राधेश्याम की हत्या करने वाला कोई और नहीं बल्कि इसका बेटा ही है. मृतक के छोटे बेटे आरोपी सत्यभान ने पूछताछ में कबूला की मेरे पिता 6 वर्षो में 6 बीघा जमीन बेच चुके हैं.
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15 दिन पहले बेची थी एक बीघा जमीन
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि राधेश्याम ने 15 दिन पहले भी 1 बीघा जमीन बेची थी. जिसका 2 लाख 55 हजार रुपया आया था. सभी पैसे हमारे पिता ने भाई और बहन को दे दिए. हमने मोबाइल के लिए रुपये मांगे तो मना कर दिया. तभी शराब के नशे में अपने 4 साथियों के साथ मिलकर अपने पिता की गला दबाकर हत्या कर दी, जिसके एवज में हत्यारे बेटे ने अपने साथियों को पांच सौ रुपये भी दिए. अगले दिन उन्हीं हत्यारों ने डायल 112 पर कॉल कर शव मिलने की जानकारी भी दी.
एसएसपी एटा उदय शंकर सिंह ने बताया पाॅच दिन पूर्व थाना पिलुआ क्षेत्र में हुई वृद्ध राधेश्याम की हत्या का मामला प्रकाश में आया था,एक बीघा जमीन की बिक्री के पैसों और नया मोबाइल खरीदने के रुपए न देने पर पुत्र ने ही अपने पिता की हत्या को दोस्तों संग मिलकर घटना को अंजाम दिया था. मुख्य आरोपी सहित पांच अभियुक्त गिरफ्तार के जेल भेज दिए गए हैं.