एटा: सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देशित किया था कि किसी के पास राशन कार्ड हो अथवा आधार कार्ड हो या न हो वह शहर का नागरिक हो अथवा गांव का अगर वह जरूरतमंद है तो उसे खाद्यान्न अवश्य मिले. उन्होंने घुमंतू लोगों तक को भी भोजन और राशन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे. लगातार जिला प्रशासन कोशिश भी कर रहा है कि लोगों को राशन मिले. जगह-जगह पर गाड़ियां भेज कर राशन वितरण कराया जा रहा है. उसके बाद भी ऐसे लोग है जिन्हें राशन नहीं मिल पाता है.
दरअसल, 3 दिन पहले तक जिला पंचायत स्थित परिसर में लोगों को जिला प्रशासन नि:शुल्क राशन उपलब्ध कराता था. उसके बाद गाड़ियों में भरकर इलाकेवार राशन भेजा जाने लगा. जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन किया जा सके और लोगों को राशन भी मिल सके, लेकिन उसके बाद भी कुछ महिलाओं का दावा है कि उन्हें लंबा इंतजार करने के बाद भी राशन नहीं मिल पा रहा है.
सबीना के मुताबिक उनका पति विकलांग है. कई दिन चक्कर काटने के बाद भी राशन नहीं मिला. वहीं सुनीता का आरोप है कि कुछ लोगों को कई बार राशन मिल गया, लेकिन उन्हें राशन नहीं मिल पाया. सबीना और सुनीता तो एक बानगी मात्र है. इन जैसी दर्जनों महिलाएं जिला पंचायत पर राशन के इंतजार में देखी जा सकती है.
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प्रशासन द्वारा लोगों को नि:शुल्क मुहैया कराए जा रहे राशन में चावल, आटा, दाल, आलू, नमक, मसाले आदि वस्तुएं शामिल है. लगातार देखने को भी मिलता है कि लोगों को राशन बांटा जा रहा है. उसके बाद भी कहीं तो चूक हो जा रही है. जिससे कुछ महिलाएं आज भी राशन की आस में खड़ी दिखाई देती हैं.