ETV Bharat / state

एटाः भाईदूज के पर्व पर भाइयों से मिलने जिला कारागार पहुंचीं बहनें

author img

By

Published : Oct 29, 2019, 8:40 PM IST

उत्तर प्रदेश के एटा जिला कारागार में भाई दूज के दिन हिंदू के साथ मुस्लिम बहनें भी अपनी भाइयों से मिलने पहुंची. बहनों ने बताया कि भाईदूज के अवसर पर भगवान से वे आशीर्वाद मांग रही हैं कि उनके भाई जल्दी घर आएं.

sisters reached etah district jail

एटाः भाई बहन के प्रेम का प्रतीक भाईदूज का पर्व मनाने मंगलवार को एक सैकड़ों बहनें एटा जिला कारागार में बंद अपने भाइयों को टीका करने पहुंचीं. इस दौरान जिला जेल में उस समय अलग नजारा देखने को मिला जब मुस्लिम समुदाय से आई कई बहनों ने अपने भाइयों के सलामती की दुआ मांगी और उनके रिहाई की कामना की.

भैया दूज के पर्व पर भाइयों को टीका करने जिला कारागार पहुंची बहनें.
कार्तिक माष के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाने वाला भाई दूज का पर्व हिंदू धर्म में भाई-बहनों के प्रेम और आस्था का प्रतीक है. इसी के तहत मंगलवार को भैया दूज का पर्व मनाने और जिला कारागार में बंद भाइयों को टीका करने के लिए सैकड़ों बहनें एटा जिला कारागार पहुंची. जेल प्रशासन ने भैया दूज पर्व पर आई महिलाओं और लड़कियों को किसी प्रकार की समस्या न हो इसके लिए चाक-चौबंद व्यवस्था कर रखी थी.

पढ़ेंः-एटा: जंजीर में बंधे युवक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

सुबह से ही लाइन में लगी बहनों को उनके भाइयों से मिलाने के लिए पुलिसकर्मी भी तैनात थे. अपने भाइयों को टीका करने जिला कारागार पहुंची बहनों को छोटे-छोटे समूहों की संख्या में जिला कारागार के अंदर भेजा गया. जहां पर पहुंचकर बहनों ने भाइयों को टीका कर मिठाई खिलाई. इस त्योहार पर कई मुस्लिम बहनें भी जिला कारागार पहुंची. वहां बंद अपने भाइयों से मिलकर उनकी रिहाई की दुआ मांग की.

एटाः भाई बहन के प्रेम का प्रतीक भाईदूज का पर्व मनाने मंगलवार को एक सैकड़ों बहनें एटा जिला कारागार में बंद अपने भाइयों को टीका करने पहुंचीं. इस दौरान जिला जेल में उस समय अलग नजारा देखने को मिला जब मुस्लिम समुदाय से आई कई बहनों ने अपने भाइयों के सलामती की दुआ मांगी और उनके रिहाई की कामना की.

भैया दूज के पर्व पर भाइयों को टीका करने जिला कारागार पहुंची बहनें.
कार्तिक माष के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाने वाला भाई दूज का पर्व हिंदू धर्म में भाई-बहनों के प्रेम और आस्था का प्रतीक है. इसी के तहत मंगलवार को भैया दूज का पर्व मनाने और जिला कारागार में बंद भाइयों को टीका करने के लिए सैकड़ों बहनें एटा जिला कारागार पहुंची. जेल प्रशासन ने भैया दूज पर्व पर आई महिलाओं और लड़कियों को किसी प्रकार की समस्या न हो इसके लिए चाक-चौबंद व्यवस्था कर रखी थी.

पढ़ेंः-एटा: जंजीर में बंधे युवक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

सुबह से ही लाइन में लगी बहनों को उनके भाइयों से मिलाने के लिए पुलिसकर्मी भी तैनात थे. अपने भाइयों को टीका करने जिला कारागार पहुंची बहनों को छोटे-छोटे समूहों की संख्या में जिला कारागार के अंदर भेजा गया. जहां पर पहुंचकर बहनों ने भाइयों को टीका कर मिठाई खिलाई. इस त्योहार पर कई मुस्लिम बहनें भी जिला कारागार पहुंची. वहां बंद अपने भाइयों से मिलकर उनकी रिहाई की दुआ मांग की.

Intro:संसोधित

भाई बहन के प्रेम का प्रतीक भाई दूज का पर्व मनाने मंगलवार को एक हजार से अधिक बहने एटा जिला कारागार में बंद अपने भाइयों को टीका करने पहुंची। इस दौरान जिला जेल में उस समय अलग नजारा देखने को मिला जब मुस्लिम समुदाय से आई कई बहनों ने अपने भाइयों के सलामती की दुआ मांगी और उनके रिहाई की कामना की।


Body:दरअसल कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की द्वितिय को मनाया जाने वाला भाई दूज का पर्व हिंदू धर्म में भाई-बहनों के प्रेम और आस्था का प्रतीक है। इसी के तहत मंगलवार को भैया दूज का पर्व मनाने और जिला कारागार में बंद भाइयों को टीका करने के लिए सैकड़ों बहने एटा जिला कारागार पहुंची। जेल प्रशासन ने भैया दूज पर्व पर आई महिलाओं व लड़कियों को किसी प्रकार की समस्या ना हो इसके लिए चाक-चौबंद व्यवस्था कर रखी थी। सुबह से ही लाइन में लगी बहनों को उनके भाइयों से मिलाने के लिए पुलिसकर्मी भी तैनात थे। अपने भाइयों को टीका करने जिला कारागार पहुंची बहनों को छोटे-छोटे समूहों की संख्या में जिला कारागार के अंदर भेजा गया। जहां पर पहुंचकर बहनों ने भाइयों को टीका कर मिठाई खिलाई। इस त्यौहार पर कई मुस्लिम बहनें भी जिला कारागार पहुंची। वहां बंद अपने भाइयों से मिलकर उनकी रिहाई की दुआ मांगी।
बाइट:निशा
बाइट: निशा खान


Conclusion:जिला कारागार में भाई दूज के इस पर पर भाई-बहन के बीच का प्रेम देखने को मिला। जिसे धर्म की दीवार भी नहीं रोक सकी।
पीटूसी: वीरेंद्र पाण्डेय
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.