एटा: जिला अस्पताल दलालों का अड्डा बनता जा रहा है. यहां मरीजों को भर्ती करने के लिए पैसे की मांग की जाती है. ताजा मामला एटा जिला अस्पताल के इमरजेंसी का है, जहां बुधवार को इलाज के लिए पहुंचे सुरेश गुप्ता नाम के मरीज से इमरजेंसी में मौजूद एक व्यक्ति ने पैसों की मांग की. वह अपने आप को अस्पताल का कर्मचारी बता रहा था हालांकि अस्पताल प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद मरीज को भर्ती किया गया है. वहीं मामला बढ़ता देख पैसे की मांग करने वाला व्यक्ति मौके से भाग निकला.
क्या है पूरा मामला
- जिले के सकीट निवासी सुरेश गुप्ता की अचानक तबीयत खराब होने पर परिजन उन्हें लेकर जिला अस्पताल की इमरजेंसी लेकर पहुंचे थे.
- इस दौरान इमरजेंसी में मौजूद अमरेंद्र नाम के व्यक्ति ने अपने आप को अस्पताल का कर्मचारी बताकर मरीज के परिजनों से 15 सौ रुपये की मांग की.
- परिजनों द्वारा पैसे न दिए जाने के चलते अमरेंद्र ने मरीज सुरेश गुप्ता को भर्ती करने से मना कर दिया.
परिजनों ने की शिकायत तो मरीज को किया गया भर्ती
- इसके बाद परिजनों ने पूरे मामले की शिकायत अस्पताल के सीएमएस से की.
- सीएमएस से शिकायत होते ही आनन-फानन में मरीज को भर्ती किया गया.
- मरीज के बेटे अमित गुप्ता के मुताबिक, अमरेंद्र ने भर्ती करने के लिए 15 सौ रुपये की मांग की थी.
- जब इसकी शिकायत सीएमएस से की गई, तब जाकर उनके पिता को भर्ती किया गया.
अमरेंद्र नाम के व्यक्ति द्वारा मरीज से पैसे मांगने का मामला सामने आया है. मरीज को भर्ती कर इलाज दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि अमरेंद्र हमारे अस्पताल का कर्मचारी नहीं है. वह बाहर से आकर अस्पताल में क्या कर रहा था, इस बात की जानकारी की जा रही है. अमरेंद्र को अस्पताल से भगा दिया गया है. उन्होंने बताया कि क्योंकि अमरेंद्र हमारे अस्पताल का कर्मचारी नहीं है, इसलिए हम उस पर कोई कार्रवाई नहीं कर सकते हैं.
डॉ. जयेश करोली, कार्यवाहक सीएमएस, एटा जिला अस्पताल