एटाः जिला अस्पताल कहने के लिए तो अस्पताल था, लेकिन बीते 7 साल तक यहां पर एक भी सर्जरी नहीं की गई थी. गुरुवार को जिला अस्पताल में सामान्य सर्जरी की सुविधा शुरू कर दी गई है. अब अस्पताल में विभिन्न बीमारी से ग्रसित मरीजों को सर्जरी के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा. इतना ही नहीं हड्डी रोग विभाग में भी मरीजों की सर्जरी की जाएगी.
सामान्य सर्जरी की सुविधा शुरू
अब तक यहां से मरीजों को सर्जरी के लिए रेफर कर दिया जाता था. जो मरीज दवाओं से ठीक हो सकते हैं केवल उन्हीं को भर्ती किया जाता था. ऐसा नहीं था कि अस्पताल में चिकित्सक नहीं थे या फिर सर्जरी के लिए संसाधन नहीं थे, लेकिन फिर भी साल 2012 के बाद एक भी सर्जरी जिला अस्पताल में किसी सर्जन ने नहीं की.
सबसे बुरा हाल था आर्थोपेडिक विभाग का
अस्पताल में सबसे बुरा हाल आर्थोपेडिक विभाग का था, क्योंकि सालों से यहां मरीजों का ऑपरेशन नहीं हुआ था. हड्डी रोग विभाग में ऑपरेशन तो दूर वहां कई-कई महीनों में एक-दो मरीजों को प्लास्टर बांधने के मामले सामने आते थे, जबकि अस्पताल में आर्थोपेडिक सर्जन तैनात है.
बताया जा रहा है कि पहले से तैनात आर्थोपेडिक सर्जन अन्य कार्यों में व्यस्त रहते थे. इस वजह से यहां पर सर्जरी नहीं होती थी. हाथ और पैर की हड्डी टूट जाने की दशा में मरीजों को आगरा या अलीगढ़ के मेडिकल कालेज रेफर कर दिया जाता था, लेकिन मौजूदा समय में एक नए चिकित्सक की तैनाती होने पर अब आर्थोपेडिक विभाग में भी सर्जरी शुरू की जाएगी. वहीं अभी हाल में एक महिला की सर्जरी की गई. इसके अलावा अस्पताल में हर्निया और हाइड्रोसील जैसी बीमारियों की भी सर्जरी की जाएगी.
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साल 2012 के बाद अब 2019 में जिला अस्पताल के अंदर मरीजों को सर्जरी की सुविधा मिलनी शुरू हो गई है, जिसके बाद अब बहुत से मरीजों को विभिन्न बीमारियों की सर्जरी के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा.
-राजेश अग्रवाल, सीएमएस