एटा: पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए जिले के 22 हजार घरों को अमृत योजना के तहत नए पानी के कनेक्शन दिए जाएंगे. जल निगम विभाग ने इसके लिए घरों को चिन्हित भी कर लिया है, लेकिन नए पानी के कनेक्शन देने के साथ ही जिले में खराब पड़े 8 ट्यूबवेल को भी विभाग को सही कराना होगा. इसके बाद ही पानी की सप्लाई ठीक तरीके से हो सकेगी.
बता दें कि इन्हीं ट्यूबवेल से शहरी इलाके में पानी की सप्लाई होनी है. मौजूदा समय में जिले में एक तिहाई घरों में पानी के कनेक्शन नहीं है. इतना ही नहीं, सीवरेज व्यवस्था को भी चलाने के लिए पानी की जरूरत होगी. ऐसे में लोगों को सीवरेज का कनेक्शन देने से पहले पानी का कनेक्शन देना जल निगम विभाग के लिए जरूरी होगा.
खराब ट्यूबेल को रिबोर कराने की चुनौती होगी
- जिले में एक तिहाई घरों में पानी के कनेक्शन नहीं हैं, जिससे लोगों को आए दिन पानी की समस्या से दो-चार होना पड़ता है.
- लोगों को पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए जल निगम विभाग ने 22 हजार घरों को चिन्हित कर उन्हें नए पानी के कनेक्शन देने का मन बनाया.
- इसके अलावा आने वाले समय में लोगों को और पानी की जरूरत होगी.
- इसके पीछे का मुख्य कारण जिले में सीवरेज लाइन का शुरू होना बताया जा रहा है.
- घरों में पानी की उपलब्धता न होने के चलते सीवर ठीक तरीके से काम नहीं करेगा, लेकिन इस सबसे पहले जल निगम विभाग के सामने जिले में खराब पड़े 8 ट्यूबवेल के रिबोर कराने की चुनौती होगी.
- इसके अलावा नए ट्यूबवेल का निर्माण कराना भी जरूरी होगा. तभी नए कनेक्शन होने के बाद लोगों को पानी की उचित मात्रा मिल सकेगी.
क्या कहना है अधिकारियों का
जल निगम विभाग के अधिशासी अभियंता ए एस भाटी के मुताबिक, नगर वासियों को निशुल्क पानी के कनेक्शन दिए जाने हैं. इसके तहत पहले चरण में 1698 कनेक्शन दिए जा चुके हैं. दूसरे चरण में पूरे शहर को पानी का कनेक्शन दिया जाना है, जिसका फंड भी आ गया है. इस संबंध में निविदाएं भी हो चुकी हैं. कार्य शुरू करा दिया गया है.
जनता ने बताई इसे अच्छी पहल
जब इस बारे में जनता की राय ली गई तो जिन लोगों के नाम पानी का कनेक्शन पाने वालों की सूची में है, उनमें कुछ लोगों ने इसे सरकार की अच्छी पहल बताई. गांधी मार्केट निवासी राजेंद्र अग्रवाल के मुताबिक, नए पानी के कनेक्शन मिल जाने से बिजली की बचत होगी. साथ ही पानी को फिल्टर नहीं करना पड़ेगा.