एटा: जिले के जैथरा थाना क्षेत्र के नगला लीलाधर गांव में एक कार्यक्रम के दौरान सब्जी से भरे खौलते हुए भगोने में एक मासूम गिर गया. आनन-फानन में परिजन मासूम को अस्पताल ले गए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. परिजनों ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया.
दरअसल, पूरा मामला जिले के जैथरा थाना क्षेत्र के नगला लीलाधर गांव का है. यहां मलावन थाना क्षेत्र के सकतपुर गांव के निवासी हरी सिंह का तीन वर्षीय पुत्र अनमोल सोमवार शाम को खौलती सब्जी के भगोने में गिर गया. घर में नामकरण संस्कार की तैयारियां चल रही थीं. उसकी दावत के लिए सब्जी बनाई जा रही थी. घटना के बाद परिवार में चीख-पुकार मच गई. परिजनों ने आनन-फानन में गंभीर रूप से झुलसे मासूम को शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान मासूम ने दम तोड़ दिया. मासूम की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया. परिजनों ने अस्पताल के चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है.
मृतक मासूम अनमोल के पिता हरी सिंह अपनी ससुराल में साले के पुत्र के नामकरण संस्कार में परिवार सहित आए हुए थे. मासूम भी अपने परिजनों के साथ आया हुआ था. यहां दावत की तैयारियां चल रही थीं, जिसके लिए सब्जी का बड़ा भगोना उतारकर रखा गया था. इसी दौरान खेलते समय मासूम अनमोल वहां पहुंच गया और भगोने में गिर गया. जब तक उसे भगोने से निकाला जाता तब तक वह बुरी तरह झुलस चुका था.
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वहीं इस मामले को लेकर जैथरा थानाध्यक्ष सुबोध कुमार सिंह ने बताया कि अभी तक थाने में कोई तहरीर नहीं आई है. घटना की जानकारी होने पर पुलिस टीम ने परिजनों से जानकारी ली. पता चला कि सोमवार को किसी कार्यक्रम के दौरान एक बच्चा खौलती सब्जी के भगौने में गिर गया था, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई.