एटा: जिले के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में कार्यरत 5 शिक्षिकाओं के शैक्षिक प्रमाण पत्र जांच में फर्जी पाए गए हैं. इसके बाद इन शिक्षिकाओं के बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. इसके अलावा हाल ही में स्वेच्छा से सेवानिवृत्ति ले रहे शिक्षक भी शिक्षा विभाग की रडार पर है. स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले रहे करीब छह शिक्षकों को चिह्नित कर उनकी जांच शुरू कर दी गई है.
दरअसल कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में फर्जी शिक्षकों का मामला सामने आने के बाद विभाग सक्रिय हो गया है. राज्य परियोजना निदेशक के आदेश पर जिले के सभी कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में कार्यरत शैक्षिक और गैर शैक्षणिक स्टाफ के शैक्षिक प्रमाणपत्रों की जांच की जा रही है. इसके तहत 5 शिक्षिकाओं के शैक्षिक प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं. इनमें से एक वार्डन, 4 फुल टाइप और पार्ट टाइम अध्यापिका हैं.
बीएसए ने दी जानकारी
बीएसए संजय कुमार के मुताबिक इन पांचों शिक्षिकाओं के बर्खास्तगी की कार्रवाई की जा रही है. इसके साथ ही सभी शिक्षिकाओं पर एफआईआर कराने और वेतन रिकवरी की भी तैयारी की जा रही है. बता दें कि जांच में शिक्षिका निशा वर्मा, पूजा, तारा देवी, बीना और कुमारी पिंकी के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं. निशा वर्मा साल 2015 से कार्यरत हैं. पूजा साल 2016 से, तारा देवी 2013 से, मीना कुमारी 2015 से और कुमारी पिंकी 2016 से कस्तूरबा गांधी विद्यालय में कार्यरत हैं. इन सभी के वेतन रिकवरी की भी कार्रवाई की जाएगी.
स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले रहे शिक्षक रडार पर
बीएसए संजय कुमार ने करीब छह शिक्षकों को चिह्नित किया है. सूत्रों के मुताबिक इन शिक्षकों ने हाल ही में स्वेच्छा से सेवानिवृत्ति ली है. इस सभी शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की जांच कराई जा रही है. इनमें से एक शिक्षक को बीएसए ने नोटिस जारी किया था, इसके बाद शिक्षक ने स्वेच्छा से सेवानिवृत्ति ले ली.