एटा: जिले की कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव नरहरा में शुक्रवार को गड्ढे में डूबकर दो किशोर की मौत हो गई थी. बता दें कि वहां बिना अनुमति के मिट्टी का खनन हुआ था. मामले में परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने 4 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है.
मामला कोतवारी देहात क्षेत्र का है. गांव नरहरा में अवैध खनन कर गड्ढा खोदा गया था. शुक्रवार को पानी भरे गड्ढे में डूबने से दो किशोरों की मौत हो गई थी. मामले में शुक्रवार की शाम मृत किशोरों के परिजनों ने 4 लोगों पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है. इसमें महिला प्रधान, प्रधान पति, रेलवे इंजीनियर और मिट्टी ठेकेदार को शामिल किया गया है.
मृतक किशोरों के चाचा हरिशचंद्र का आरोप है कि ग्राम प्रधान बृजरानी और प्रधान पति नाथूराम ने तालाब की मिट्टी को बेच दिया है. ठेकेदार अतुल गुप्ता और रेलवे इंजीनियर ने मिलकर यहां गहरा गड्ढा करा दिया. ग्रामीणों ने इस तरह के अवैध खनन का विरोध भी जताया था, लेकिन प्रधान पति ने अपने अधिकारों का गलत उपयोग कर आवाज दबा दी. साथ ही यहां सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए. पुलिस से इसकी शिकायत भी की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इन गड्ढों में अधिक पानी भरने की वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
दरअसल, नरहरा गांव निवासी अनिल के 15 वर्षीय पुत्र नीलेश और मंटू के 13 वर्षीय पुत्र राहुल खेतों की ओर गए थे. यहां गड्ढे में डूबकर दोनों की मौत हो गई थी. पुलिस के मुताबिक जिले में रेलवे लाइन का काम चल रहा है. इस काम में मिट्टी की जरूरत थी. इसी कारण एक ठेकेदार ने मिट्टी निकाली थी, जिससे गड्ढा बन गया था.