एटा: देश में बनने जा रही मोदी सरकार को लेकर जिले के किसानों में खुशी की लहर है. चुनाव के दौरान किसानों ने कांग्रेस के 72 हजार को तरजीह नहीं दी. किसानों ने मोदी सरकार के प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत मिलने वाले 6 हजार रुपयों को तरजीह दी है. यही कारण रहा है कि एक बार फिर देश में पूर्ण बहुमत की भाजपा सरकार आई है.
72 हजार पर भारी पड़े 6 हजार ...
- एटा जिले के किसान नई भाजपा सरकार को लेकर उत्साहित हैं और उम्मीद लगाए बैठे हैं, कि नई सरकार किसान हित में योजनाएं लाएगी.
- लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा की जीत में किसानों का बड़ा हाथ दिखाई पड़ता है. शायद इसीलिए भाजपा कि नई सरकार से किसानों को उम्मीदें भी ज्यादा हैं.
- गांवों में चर्चा का बाजार गर्म है कि इस बार की मोदी सरकार किसानों के लिए क्या नया लेकर आएगी.
- किसानों को कांग्रेस पर भरोसा नहीं था. उसके पीछे का कारण यह बताया जा रहा है कि भाजपा से पहले ज्यादातर समय देश में कांग्रेस की ही सरकार रही है.
- किसानों का तो दावा यहां तक रहा कि राहुल गांधी ने जो 72 हजार देने का वादा किया था, वह उन्हें पसंद नहीं आया. जिसके चलते कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा.
किसानों को उम्मीद है कि जो मोदी सरकार ने पिछली बार 15 लाख देने का वादा किया था. वह अभी तक नहीं मिले हैं. इस बार की सरकार से15 लाख रुपए मिलने की उम्मीद है. वहीं कुछ किसान यह भी मानते हैं, कि 5 साल में किसानों के लिए मोदी जी ने बहुत कुछ किया है. लेकिन निचले स्तर पर काफी समस्या हैं. जो योजनाएं आती हैं वह अधिकारियों व प्रधान के करीबियों को पहले मिलती हैं.