एटा: जिले में जीजा- साली, साढ़ू सहित कई रिश्तेदार मिलकर ठगी का गैंग चलाते हुए पकड़े गए हैं. मजबूरी बताकर नकली सोने के आभूषण बेच देते हैं. पुलिस ने एक महिला की शिकायत पर गैंग का भड़ाफोड़ करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है.ठगों के पास से 10 सोने की नकली माला और 1 लाख पांच हजार रुपए बरामद हुए हैं.
एटा में अंतरराज्यीय ठग मिलकर सीधे साधे लोगों को अपने जाल में फंसाकर उन्हें नकली सोने के आभूषण कम दामों में बेचकर रफूचक्कर हो लेते हैं. इसका खुलास तब हुआ जब पुलिस लाइन के पीछे रहने वाली सावित्री देवी 28 नवंबर को शिकायत लेकर थाने पहुंची. पीड़िता सावित्री देवी ने बताया कि 28 नवंबर की दोपहर एक महिला और दो पुरुष उसके घर आए. उन्होंने कहा कि उनके घर में दबा हुआ खजाना निकला है.
लेकिन उन्हें मजबूरी में सोने की माला बेचनी पड़ रही है. क्योंकि पैसो की बहुत जरूरत है. इस तरह अपनी बातों में फंसाकर आरोपी महिला ने सावित्री देवी को 13 सोने की माला 1 लाख तीस हजार रुपये में देकर चले गए. जब सोने की मालाओं की जांच कराई गई, तो पता चला कि माला सोने की नहीं पीतल और तांबे की हैं.
एटा के एएसपी धनंजय सिंह कुशवाहा ने खुलासा करते हुए बताया कि 28 नवंबर को एक महिला ने कोतवाली नगर में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके साथ ठगी हुई है. शिकायत के आधार पर एटा नगर के कोतवाली प्रभारी सुधीर राघव ने अपनी टीम के साथ मिलकर जांच शुरू की.पुलिस ने एक सप्ताह में सुराग लगा लिया और ठगी करने वाली महिला सहित चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया.
पकड़े गए अभियुक्त पुनालाल ने बताया कि उनका एक संगठित गिरोह है. जो जगह जगह घूमकर सोने जैसी दिखने वाली पीली धातु की माला को सोने की माला बताते हैं. लोगों को पुस्तैनी मकान में मिले खजाने का हवाला देकर रुपये न होने की मजबूरी बताकर बाजार से कम कीमत में बेचने की बात करते हैं. पुलिस ने इन ठगों के पास से 10 सोने की नकली माला और ठगी किए हुए 1 लाख पांच हजार रुपए बरामद किए हैं.
जीजा,साली और साढ़ू साथ मिलकर चलाते हैं गिरोह: राजस्थान के जिले सिरोही के रहने वाले गिरफ्तार अभियुक्त पूनालाल ने बताया कि वह अपने पुत्र ईश्वर,साली, साढ़ू और इनके बेटे करण के साथ मिलकर ठगी करने का गिरोह चलाते हैं.