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एटा: डीएम के औचक निरीक्षण में खुली जिला अस्पताल की पोल

शहर के डीएम जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण करने पहुंचे हुए थे. इस दौरान अस्पताल में कई खामियां दिखी जिस पर डीएम ने सीएमएस को जमकर फटकार लगाई.

औचक निरीक्षण में खुली जिला अस्पताल में व्यवस्थाओं की पोल.
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Published : May 30, 2019, 7:05 PM IST

Updated : May 30, 2019, 7:24 PM IST

एटा: जिला अस्पताल में गुरुवार को जिलाधिकारी आई पी पाण्डेय के औचक निरीक्षण ने सरकारी व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी. अस्पताल में डीएम के निरीक्षण के दौरान डॉक्टर से लेकर कर्मचारी तक ड्यूटी से नदारद मिले. इस पर डीएम आई पी पाण्डेय ने अस्पताल के सीएमएस डॉ राजेश अग्रवाल को जमकर कर फटकार लगाई, साथ ही 1 हफ्ते के अंदर व्यवस्था दुरुस्त कर मरीजों को उचित इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं.

औचक निरीक्षण में खुली जिला अस्पताल में व्यवस्थाओं की पोल.

निरीक्षण के दौरान सामने आईं जिला अस्पताल की खामियां

  • डीएम आई पी पाण्डेय ने सबसे पहले अस्पताल परिसर में पीपीपी मॉडल पर बने डायलिसिस यूनिट का निरीक्षण किया.
  • इस दौरान डायलिसिस यूनिट में भर्ती मरीजों ने जिलाधिकारी से इलाज ना मिलने की शिकायत करते हुए कहा कि डायलिसिस यूनिट में उन्हें दवा नहीं दी जा रही है.
  • जिलाधिकारी ने भी माना कि डायलिसिस यूनिट में नेफ्रोलॉजिस्ट नहीं है, केवल एमबीबीएस डॉक्टर के सहारे यह यूनिट चलाई जा रही है.
  • इस अवसर पर उन्होंने जिला अस्पताल के सीएमएस को मरीजों को तत्काल इलाज मुहैया कराने के आदेश दिए.
  • अस्पताल की इमरजेंसी में कोई भी डॉक्टर और कर्मचारी न मिलने पर गायब डॉक्टर और कर्मचारी का 1 दिन का वेतन काटे जाने के आदेश भी डीएम ने जारी कर दिए हैं.
  • जिलाधिकारी ने एसडीएम को अस्पताल में मरीजों को दी जा रही दवाइयों का निरीक्षण करने का आदेश भी दिया है.

जिला अस्पताल के सीएमएस को सचेत किया गया है कि 1 हफ्ते के अंदर अपनी कार्यप्रणाली सुधारें, साथ ही ड्यूटी से गायब डॉक्टरों और कर्मचारियों का 1 दिन का वेतन भी काटा जाएगा. अस्पताल में मरीजों को दी जा रही दवाओं की जांच के लिए एसडीएम को लगाया गया है, वह दवाओं की विस्तृत जांच करके रिपोर्ट देंगे.

- आई पी पाण्डेय, जिलाधिकारी, एटा

एटा: जिला अस्पताल में गुरुवार को जिलाधिकारी आई पी पाण्डेय के औचक निरीक्षण ने सरकारी व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी. अस्पताल में डीएम के निरीक्षण के दौरान डॉक्टर से लेकर कर्मचारी तक ड्यूटी से नदारद मिले. इस पर डीएम आई पी पाण्डेय ने अस्पताल के सीएमएस डॉ राजेश अग्रवाल को जमकर कर फटकार लगाई, साथ ही 1 हफ्ते के अंदर व्यवस्था दुरुस्त कर मरीजों को उचित इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं.

औचक निरीक्षण में खुली जिला अस्पताल में व्यवस्थाओं की पोल.

निरीक्षण के दौरान सामने आईं जिला अस्पताल की खामियां

  • डीएम आई पी पाण्डेय ने सबसे पहले अस्पताल परिसर में पीपीपी मॉडल पर बने डायलिसिस यूनिट का निरीक्षण किया.
  • इस दौरान डायलिसिस यूनिट में भर्ती मरीजों ने जिलाधिकारी से इलाज ना मिलने की शिकायत करते हुए कहा कि डायलिसिस यूनिट में उन्हें दवा नहीं दी जा रही है.
  • जिलाधिकारी ने भी माना कि डायलिसिस यूनिट में नेफ्रोलॉजिस्ट नहीं है, केवल एमबीबीएस डॉक्टर के सहारे यह यूनिट चलाई जा रही है.
  • इस अवसर पर उन्होंने जिला अस्पताल के सीएमएस को मरीजों को तत्काल इलाज मुहैया कराने के आदेश दिए.
  • अस्पताल की इमरजेंसी में कोई भी डॉक्टर और कर्मचारी न मिलने पर गायब डॉक्टर और कर्मचारी का 1 दिन का वेतन काटे जाने के आदेश भी डीएम ने जारी कर दिए हैं.
  • जिलाधिकारी ने एसडीएम को अस्पताल में मरीजों को दी जा रही दवाइयों का निरीक्षण करने का आदेश भी दिया है.

जिला अस्पताल के सीएमएस को सचेत किया गया है कि 1 हफ्ते के अंदर अपनी कार्यप्रणाली सुधारें, साथ ही ड्यूटी से गायब डॉक्टरों और कर्मचारियों का 1 दिन का वेतन भी काटा जाएगा. अस्पताल में मरीजों को दी जा रही दवाओं की जांच के लिए एसडीएम को लगाया गया है, वह दवाओं की विस्तृत जांच करके रिपोर्ट देंगे.

- आई पी पाण्डेय, जिलाधिकारी, एटा

Intro:एंकर

एटा जिला अस्पताल में आज जिलाधिकारी आई पी पाण्डेय के औचक निरीक्षण ने सरकारी व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी। अस्पताल में डीएम के निरीक्षण के दौरान डॉक्टर से लेकर कर्मचारी तक नदारद मिले। इस पर डीएम आई पी पाण्डेय ने अस्पताल के सीएमएस डॉ राजेश अग्रवाल को जमकर कर फटकार लगाई। साथ ही 1 हफ्ते के अंदर व्यवस्था दुरुस्त कर मरीजों को गुणवत्तापूर्ण इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं।


Body:वीओ- एटा जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण करने पहुंचे जिले के डीएम आई पी पाण्डेय ने सबसे पहले अस्पताल परिसर में पीपीपी मॉडल पर बने डायलिसिस यूनिट का निरीक्षण किया। इस दौरान डायलिसिस यूनिट में भर्ती मरीजों ने इलाज ना मिलने की शिकायत जिलाधिकारी से की। मरीजों ने जिलाधिकारी से शिकायत करते हुए कहा कि डायलिसिस यूनिट में उन्हें दवा नहीं दी जा रही है। इस बात को जिलाधिकारी ने भी माना कि डायलिसिस यूनिट में नेफ्रोलॉजिस्ट नहीं है केवल एमबीबीएस डॉक्टर के सहारे यह यूनिट चलाई जा रही है। इस अवसर पर उन्होंने जिला अस्पताल के सीएमएस को मरीजों को तत्काल इलाज मुहैया कराने के आदेश दिए। इसके बाद जिलाधिकारी आईपी पाण्डेय अस्पताल की ओपीडी होते हुए इमरजेंसी पहुंचे। वहां पर कोई भी डॉक्टर व कर्मचारी के ना मिलने पर गायब डॉक्टर व कर्मचारी का 1 दिन का वेतन काटे जाने के आदेश भी डीएम ने जारी कर दिए हैं। इसके अलावा जिलाधिकारी ने एसडीएम को अस्पताल में मरीजों को दी जा रही दवाइयों का निरीक्षण करने का आदेश भी दिया है। जिलाधिकारी आई पी पाण्डेय ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया है कि जिला अस्पताल के सीएमएस को सचेत किया गया है कि 1 हफ्ते के अंदर अपनी कार्यप्रणाली सुधारें । साथ ही ड्यूटी से गायब डॉक्टरों व कर्मचारियों का 1 दिन का वेतन काटा जाए। उन्होंने बताया कि अस्पताल में मरीजों को दी जा रही दवाओं की जांच के लिए एसडीएम को लगाया गया है। वह दवाओं की विस्तृत जांच कर रिपोर्ट देंगे। डायलिसिस यूनिट पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि यहां नेफ्रोलॉजिस्ट नहीं है एक एमबीबीएस डॉक्टर है। इसके अलावा नोडल अफसर की जिम्मेदारी है कि वह मरीजों की देखभाल करें। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह से मौजूदा समय में डायलिसिस यूनिट में काम हो रहा है। इस तरह से जनसामान्य के जीवन से खिलवाड़ करने की अनुमति नहीं दी जा सकती।
बाइट:आई पी पाण्डेय ( डीएम ,एटा)


Conclusion:
Last Updated : May 30, 2019, 7:24 PM IST
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