एटा: जिला अस्पताल में गुरुवार को जिलाधिकारी आई पी पाण्डेय के औचक निरीक्षण ने सरकारी व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी. अस्पताल में डीएम के निरीक्षण के दौरान डॉक्टर से लेकर कर्मचारी तक ड्यूटी से नदारद मिले. इस पर डीएम आई पी पाण्डेय ने अस्पताल के सीएमएस डॉ राजेश अग्रवाल को जमकर कर फटकार लगाई, साथ ही 1 हफ्ते के अंदर व्यवस्था दुरुस्त कर मरीजों को उचित इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं.
निरीक्षण के दौरान सामने आईं जिला अस्पताल की खामियां
- डीएम आई पी पाण्डेय ने सबसे पहले अस्पताल परिसर में पीपीपी मॉडल पर बने डायलिसिस यूनिट का निरीक्षण किया.
- इस दौरान डायलिसिस यूनिट में भर्ती मरीजों ने जिलाधिकारी से इलाज ना मिलने की शिकायत करते हुए कहा कि डायलिसिस यूनिट में उन्हें दवा नहीं दी जा रही है.
- जिलाधिकारी ने भी माना कि डायलिसिस यूनिट में नेफ्रोलॉजिस्ट नहीं है, केवल एमबीबीएस डॉक्टर के सहारे यह यूनिट चलाई जा रही है.
- इस अवसर पर उन्होंने जिला अस्पताल के सीएमएस को मरीजों को तत्काल इलाज मुहैया कराने के आदेश दिए.
- अस्पताल की इमरजेंसी में कोई भी डॉक्टर और कर्मचारी न मिलने पर गायब डॉक्टर और कर्मचारी का 1 दिन का वेतन काटे जाने के आदेश भी डीएम ने जारी कर दिए हैं.
- जिलाधिकारी ने एसडीएम को अस्पताल में मरीजों को दी जा रही दवाइयों का निरीक्षण करने का आदेश भी दिया है.
जिला अस्पताल के सीएमएस को सचेत किया गया है कि 1 हफ्ते के अंदर अपनी कार्यप्रणाली सुधारें, साथ ही ड्यूटी से गायब डॉक्टरों और कर्मचारियों का 1 दिन का वेतन भी काटा जाएगा. अस्पताल में मरीजों को दी जा रही दवाओं की जांच के लिए एसडीएम को लगाया गया है, वह दवाओं की विस्तृत जांच करके रिपोर्ट देंगे.
- आई पी पाण्डेय, जिलाधिकारी, एटा