एटाः जिले में सपा नेताओं की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं. पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट में फरार चल रहे प्रोफेसर रामगोपाल यादव के रिश्तेदार पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह पर 25 हजार का इनाम घोषित किया है. तीन दिन पहले सपा के कद्दावर नेता प्रोफेसर रामगोपाल यादव के रिश्तेदार पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह की गैंगस्टर एक्ट गिरफ्तारी हुई थी.
जिले की अलीगंज विधानसभा से समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव और उनके भाई एटा के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव पर कोतवाली नगर में गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज कराया गया था. इस मामले की विवेचना थाना कोतवाली देहात पुलिस कर रही थी. इसके अलावा कुछ अन्य मामलों में भी कोतवाली नगर, कोतवाली देहात और जैथरा पुलिस उनकी तलाश में जुटी थी. वहीं, गुरुवार देर शाम को पुलिस रामेश्वर सिंह यादव को आगरा से गिरफ्तार कर लिया था. जुगेंद्र सिंह यादव भी इसी मामले में फरार है.
जिला पंचायत चुनाव से पहले ही सपा के पूर्व विधायक और उनके भाई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई शुरू हो गई थी. प्रदेश में भाजपा की सरकार दोबारा बनने के बाद से उन पर शिकंजा कसा जा रहा है. जमीनों पर अवैध रूप से कब्जे करने के कई मुकदमे उनके खिलाफ दर्ज हैं. वहीं, दोनों भाइयों पर 18 अप्रैल को गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया. इसमें रामेश्वर सिंह को गैंग लीडर और जुगेंद्र सिंह को गिरोह का सक्रिय सदस्य दर्शाया गया.
इसके बाद से दोनों सपा नेताओं के ठिकानों पर पुलिस की दबिश का सिलसिला शुरू हो गया. लेकिन दोनों नेता न तो गिरफ्तार हुए और न ही अदालत में हाजिर हुए. इसे लेकर 31 मई को गैंगस्टर अधिनियम न्यायालय से उनके विरुद्ध धारा 82 के तहत कुर्की कार्रवाई के नोटिस जारी कर दिए गए, जो दोनों नेताओं के एटा, जैथरा और अलीगंज स्थित आवास व प्रतिष्ठानों पर नोटिस चस्पा कराए गए. 9 जून बृहस्पतिवार को पुलिस ने रामेश्वर सिंह को आगरा से गिरफ्तार कर लिया गया था.
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एएसपी धनंजय सिंह कुशवाहा ने बताया कोतवाली नगर के अन्तर्गत गैंगस्टर एक्ट में वांछित चल रहे अभियुक्त जुगेन्द्र सिंह यादव के विरूद्ध 31 मई को 82 सीआरपीसी का आदेश न्यायालय प्राप्त हुआ था. इसके बाद भी अभियुक्त न्यायालय के समक्ष हाजिर नहीं हो रहा है, इसलिए इनके विरूद्ध 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है.
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