देवरिया : एक तरफ प्रदेश के मुखिया योगी आदित्य नाथ स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर होने का दावा कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ उनके अधिकारी और कर्मचारी उनके दावों की पोल खोलने में लगे हुए हैं. समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंच पाने के कारण एक वृद्धा की मौत हो गई. परिजनों का कहना है कि उन्होंने कई बार एंबुलेंस को फोन किया लेकिन एंबुलेंस के पहुंचते-पहुंचते इतनी देर हो गई कि वृद्धा की मौत हो गई.
गौरतलब है कि सरकार ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में मरीजो के लिये निशुल्क 108 एम्बुलेंस की सेवा मुहैया कराने का दावा करती है. इससे मरीजों को उचित समय रहते ईलाज मिल सके लेकिन बाबू मोहन सिंह जिला अस्पताल में एम्बुलेंस की आभाव में एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गयी. इसके बाद उग्र लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. मौके पर पहुंचे एसडीएम और सदर कोतवाल ने लोगो को समझा -बुझा कर शव को परिजनों के साथ घर भेज दिया.
मौके पर मौजूद आनन्द का इस पूरे मामले पर कहना था कि लगातार कई घण्टो से एम्बुलेंस को फोन किया जा रहा था. एम्बुलेंस लेट आने के कारण महिला की मौत हुई है. इसके बाद हम लोगों ने शव सड़क पर रख कर जाम कर दिया. जाम कर रहे परिजनों की मांग थी कि जबतक डॉक्टर और एम्बुलेंस चालक पर कार्रवाई नहीं होगी तब तक जाम नहीं हटेगा.
वहीं मौके पर पहुंचे एसडीएम रामकेश यादव का कहना था कि कुछ लोग शव रख कर सड़क जाम किये हुये थे, जिसकी सूचना मिलने के बाद हम मौके पर पहुंच कर जाम हटवाया गया. लोगों का कहना है कि एम्बुलेंस न आने के कारण महिला की मौत हुई है. इसकी जांच कराई जाएगी जो दोषी होगा उसपर उचित कार्रवाई की जाएगी.