देवरिया : जिले में एक तरफ कोरोना महामारी के चलते मौत का सिलसिला जारी है, तो वहीं अब श्मशान घाटों पर सैकड़ों शवों के पहुंचने पर इन्हें जलाने की जगह तक नहीं मिल रही है. श्मसान घाटों के अगल-बगल के गांवों के लोग भी दहशत में हैं.
वे शवों को जलाने से मना कर रहे हैं. उन्हें डर है कि कहीं उनके गांवों में भी कोरोना महामारी ना फ़ैल जाए. इसी कड़ी में शुक्रवार को श्मशान घाट पर कुछ लोग लाठी-डंडा लेकर पहुंच गए. वहां शवों के रजिस्ट्रेशन करने वाले कर्मचारी को लाठी डंडों से जमकर पीटा. पिटाई का यह वीडियो वहां लगे सीसीटीवी में कैद हो गया.
लाठी-डंडों से लैस होकर आये थे युवक
बता दें कि बरहज थाना क्षेत्र के गौरा कटइलवा मुक्ति धाम पर बगल के कटइलवा गांव के कुछ यूवक लाठी डंडों से लैस होकर पहुंच गए. वहां शवों का रजिस्ट्रेशन करने वाले कर्मचारी को घाट पर और उनके गांव के सामने शवों को ना जलाने की बात कहने लगे. उसके बाद कर्मचारी के आफिस में घुसकर उसे घसीटते हुए बाहर लाकर लाठी डंडों से पीट दिया. कुछ लोगों ने जब उन यूवकों को दौड़ाया तो युवक भागने लगे. सारा मामला वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया.
लिपिक ने की पुलिस की तैनाती की मांग
वहीं, लिपिक कर्मचारी श्रीनिवास का कहना है कि इस समय कोरोना महामारी के चलते रोजाना 50 से 60 शव आ रहे हैं. शवों के साथ भारी संख्या में लोग भी यहां आते हैं. इसके चलते लोग विरोध कर रहे हैं. आज कुछ लोग शवों को घाट पर न जलवाने की बात करते हुए लाठी-डंडा लेकर आ गए. बताया कि उसे घसीटकर बाहर लाकर उसकी पिटाई की. पुलिस में तहरीर दी है.
श्रीनिवास ने वहां पुलिस की तैनाती की भी मांग की. वहीं, एएसपी राजेश सोनकर ने बताया कि कटइलवा गांव के लड़के मुक्ति धाम पर पहुंचे और शव को उचित स्थान पर जलाने व गांव के पास ना जलाने की बात कहने लगे. इसे लेकर मारपीट हुई है. विधिक कार्रवाई की जा रही है.