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योगी के कृषि मंत्री का बड़ा बयान, साधु-संतों के द्वारा होगा राम मंदिर का निर्माण

देवरिया पहुंचे कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने राम मंदिर को लेकर कहा कि राम मंदिर का निर्माण साधु-संतों द्वारा ही किया जाएगा. कृषि मंत्री ने अंतरिम बजट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया.

पत्रकारों से बात करते कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही.
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Published : Feb 2, 2019, 2:52 PM IST

देवरिया : कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने राम मंदिर निर्माण को लेकर बड़ा बयान दिया है. कृषि मंत्री ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण साधु-संत ही करेंगे. वहीं कृषि मंत्री ने अंतरिम बजट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया. इस दौरान पिछली सरकारों पर हमला बोलते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि इन लोगों ने देश और प्रदेश को बिगाड़ने का काम किया है.

दरअसल, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने शनिवार को अपने गृह जनपद देवरिया में अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राम मंदिर निर्माण का मामला सुप्रीम कोर्ट में है. शुक्रवार को इसी के लिए एक धर्म संसद हुई है. कृषि मंत्री ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण साधु-संतों के द्वारा ही कराया जाएगा. वहीं जब राम मंदिर को लेकर सरकार द्वारा कोई कदम नहीं उठाने को लेकर सवाल किया गया तो कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एप्लिकेशन दिया है. जो 67 एकड़ अविवादित जमीन है, जिसको कल्याण सिंह की सरकार ने एक्वायर किया था. उसको सुप्रीम कोर्ट डिनोटिफाइ कर दे, जिससे कि हम वहां मंदिर निर्माण कर सकें.

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पत्रकारों से बात करते कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही.
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कांग्रेस ने लगाया राम मंदिर निर्माण में अड़ंगा

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि इस जमीन को 1992 में एक्वायर कर लिया गया था. 67 एकड़ जमीन के मुआवजा देने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई थी. वहां पर 2.77 एकड़ जमीन पहले से अविवादित रही है. कृषि मंत्री ने कहा कि यह कांग्रेस सरकार का दुष्परिणाम था कि सारी जमीन को डिनोटिफाइ करके सेंट्रल एक्ट के अंतर्गत अधिग्रहित कर लिया. इसी को लेकर हमारी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की है कि उस जमीन को रिलीज कर दिया जाए. यदि उसको रिलीज कर देते हैं तो सारी समस्या का समाधान हो जाएगा. वहीं ओम प्रकाश राजभर पर निशाना साधते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि कुछ लोगों ने गिरोह बनाया है. उस गिरोह को हम लोग कुछ नहीं समझते हैं.

पिछली सरकारों ने मवेशियों के नस्ल को किया खराब

इस दौरान जब आवारा पशुओं को लेकर मंत्री से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं यह पूछना चाहता हूं कि सारे जानवर हमारी सरकार में छोड़े गए हैं क्या ? उन्होंने कहा कि यह समस्या पिछले 15 वर्षों से चली आ रही है. कृषि मंत्री ने कहा कि जब हमने इस पर कार्य करना शुरू किया है तो इस पर बयान आने शुरू हो गए. कृषि मंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने कोई काम नहीं किया, उन्होंने गायों की नश्ल को खराब कर दिया. इसको लेकर मैने काउंसिल में कहा था कि यह नस्ल बिगाड़ने वाले कौन लोग हैं ? पिछले सरकारों पर कटाक्ष करते हुऐ कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश में मवेशियों की नस्ल को खराब कर दिया गया है. प्रदेश के अंदर जो बिगाड़ने का काम हुआ है. सब पिछली सरकारों ने किया है और आज भी कर रहे हैं.

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देवरिया : कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने राम मंदिर निर्माण को लेकर बड़ा बयान दिया है. कृषि मंत्री ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण साधु-संत ही करेंगे. वहीं कृषि मंत्री ने अंतरिम बजट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया. इस दौरान पिछली सरकारों पर हमला बोलते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि इन लोगों ने देश और प्रदेश को बिगाड़ने का काम किया है.

दरअसल, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने शनिवार को अपने गृह जनपद देवरिया में अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राम मंदिर निर्माण का मामला सुप्रीम कोर्ट में है. शुक्रवार को इसी के लिए एक धर्म संसद हुई है. कृषि मंत्री ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण साधु-संतों के द्वारा ही कराया जाएगा. वहीं जब राम मंदिर को लेकर सरकार द्वारा कोई कदम नहीं उठाने को लेकर सवाल किया गया तो कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एप्लिकेशन दिया है. जो 67 एकड़ अविवादित जमीन है, जिसको कल्याण सिंह की सरकार ने एक्वायर किया था. उसको सुप्रीम कोर्ट डिनोटिफाइ कर दे, जिससे कि हम वहां मंदिर निर्माण कर सकें.

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पत्रकारों से बात करते कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही.
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कांग्रेस ने लगाया राम मंदिर निर्माण में अड़ंगा

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि इस जमीन को 1992 में एक्वायर कर लिया गया था. 67 एकड़ जमीन के मुआवजा देने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई थी. वहां पर 2.77 एकड़ जमीन पहले से अविवादित रही है. कृषि मंत्री ने कहा कि यह कांग्रेस सरकार का दुष्परिणाम था कि सारी जमीन को डिनोटिफाइ करके सेंट्रल एक्ट के अंतर्गत अधिग्रहित कर लिया. इसी को लेकर हमारी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की है कि उस जमीन को रिलीज कर दिया जाए. यदि उसको रिलीज कर देते हैं तो सारी समस्या का समाधान हो जाएगा. वहीं ओम प्रकाश राजभर पर निशाना साधते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि कुछ लोगों ने गिरोह बनाया है. उस गिरोह को हम लोग कुछ नहीं समझते हैं.

पिछली सरकारों ने मवेशियों के नस्ल को किया खराब

इस दौरान जब आवारा पशुओं को लेकर मंत्री से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं यह पूछना चाहता हूं कि सारे जानवर हमारी सरकार में छोड़े गए हैं क्या ? उन्होंने कहा कि यह समस्या पिछले 15 वर्षों से चली आ रही है. कृषि मंत्री ने कहा कि जब हमने इस पर कार्य करना शुरू किया है तो इस पर बयान आने शुरू हो गए. कृषि मंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने कोई काम नहीं किया, उन्होंने गायों की नश्ल को खराब कर दिया. इसको लेकर मैने काउंसिल में कहा था कि यह नस्ल बिगाड़ने वाले कौन लोग हैं ? पिछले सरकारों पर कटाक्ष करते हुऐ कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश में मवेशियों की नस्ल को खराब कर दिया गया है. प्रदेश के अंदर जो बिगाड़ने का काम हुआ है. सब पिछली सरकारों ने किया है और आज भी कर रहे हैं.

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Intro:देवरिया कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने आज अपने आवास पे पत्रकारों से बात करते हुये बजट पर प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया और राम मन्दिर के निर्माण के सवाल पर कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है और राम मन्दिर का निर्माण साधु संतों के द्वारा ही कराया जायेगा।वही पिछली सरकार पर बोलते हुये कहा कि इन लोगो ने देश और प्रदेश को बिगाड़ने का काम किया यहाँ तक कि इन लोगो ने मवेशियों का भी बदल दिया नस्ल।


Body:कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने आज अपने आवास पे पत्रकारों से बात करते हुये राम मंदिर निर्माण पर कहा मामला सुप्रीम कोर्ट में है ।कल इसी लिये एक धर्म संसद हुई है ।वही ओम प्रकाश राजभर पर निशाना साधते हुये कहा कि कुछ लोगो ने गिरोह बनाया है उस गिरोह को हम लोग कुछ नही समझते है। ना ही कुछ बात करने की आवश्यकता है राम मन्दिर साधु संतों के द्वारा ही मंदिर का निर्माण होना है ।


जब पत्रकारों सरकार द्वारा कोई राम मंदिर पर कुछ नही करने की बात की तो कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार ने एप्लिकेशन दिया है हमारा जो 67 एकड़ जो अविवादित जमीन है जिसको कल्याण सिंह की सरकार ने एक्वायर किया था उसको आप डिनोटिफाइ कर दीजिये जिसमे की हम वहाँ मंदिर निर्माण कर सके यह उम्मीद करते थे कि वो हमारा निर्माण पहले ही कर देने।




Conclusion:वही ओम प्रकाश राजभर के सवाल पर कहा कि यह 1992 में एक्वायर कर लिये गये थे 67 एकड़ हम मुआवजा देने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी थी उस समय की सरकार ने 277 पहले से अविवादित जमीन रही है । यह कांग्रेस की सरकार का दुष्परिणाम था सारे जमीन की डिनोटिफाइ करने और सेंट्रल एक्ट के अंतर्गत अधिग्रहित कर लिये हमने उसके लिये अपील की है कि आप उसको रिलीज कर दीजिये यदि उसको दे देते है तो सारी समस्या का समाधान हो जायेगा।

इस दौरान जब आवारा पशुओं के सवाल पर मंत्री से सवाल किया गया तो उनका कहना था कि मैं यह पूछ रहा हु की सारे जानवर हमारे जमाने में छूट गये है क्या यह समस्या पिछले 15 सालों से है जब हमने इस पर कार्य करना शुरू किया है तो इस पर टिप्पड़ियाँ शुरू हो गई । जो लोग कुछ नही किये नकारा थे उन्होंने नश्ल खराब कर दिया ।मैने तो काउंसिल में कहा था कि यह नस्ल बिगाड़ने वाले कौन लोग है । पिछले सरकारों पर कटाक्ष करते हुऐ कहा कि देश मे मवेशियों की नस्ल खराब कर दिया है और प्रदेश के अंदर जो जो बिगाड़ने का काम हुआ है सब इन लोगो ने किया है । और आज भी कर रहे है।
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