देवरिया: जिले के विशुनपुर कला और भैंसा डाबर गांव में मुंबई से लौटे दोनों युवकों की दूसरी जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद स्वास्थ्य महकमा और प्रशासन समेत ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है. दोनों गांव को प्रशासन ने सील कर दिया था. लेकिन अब दोनों युवकों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ग्रामीणों को आवाजाही की छूट मिल सकती है.
रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र के विशुनपुर कला और तरकुलवा थाना क्षेत्र के भैंसा डाबर गांव के दो लोग मुंबई से 29 अप्रैल को एक मरीज लेकर एंबुलेंस के द्वारा देवरिया पहुंचे थे. वहीं 30 अप्रैल को बिशुनपुर कला गांव का युवक जो मुंबई से आया था वह करोना संक्रमित पाया गया. जिसके बाद प्रशासन ने उसके साथ आए भैंसा डाबर गांव के युवक का भी सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया. जांच में उसकी भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई. जिसके बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया.
जिलाधिकारी अमित किशोर ने दोनों युवकों को एल-वन हॉस्पिटल गोरखपुर भेज दिया. इसके साथ ही दोनों गांव को पूरी तरह से सील करते हुए गांव को सैनिटाइज कराया गया. दोनों गांव के लगभग डेढ़ सौ लोगों का की जांच मेडिकल कॉलेज भेजी गई, जिसमें सभी की रिपोर्ट निगेटिव पाई गई.
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जिले में मिले तीन कोरोना पॉजिटिव में से दो की रिपोर्ट शनिवार को निगेटिव आने के बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है. अब जिले में केवल एक कोरोना पॉजिटिव मरीज की आगे की रिपोर्ट आनी बाकी है. जिसके बाद देवरिया जिला फिर से ग्रीन जोन में शामिल हो जायेगा.
इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आलोक पांडे ने बताया कि विशुनपुर कला और भैंसा डाबर के दोनों संक्रमित व्यक्तियों की रिपोर्ट निगेटिव आई है. लेकिन अभी एक और जांच होने के बाद ही उनको मेडिकल कॉलेज से घर भेजने की अनुमति मिलेगी.