देवरिया: पूरे प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है. इसी क्रम में पुलिस ने जिले के टॉप टेन अपराधी तारबाबू की एक करोड़ की संपत्ति कुर्क की है. आपको बता दें कि बनकटा थाना क्षेत्र के रूस्तम बहियारी गांव का रहने वाला तारबाबू यादव पुत्र रमाशंकर यादव पर करीब 34 मुकदमे दर्ज हैं. पिछले दिनों पशु तस्करी के एक मामले में गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया गया था. इस समय वह जिला कारागार देवरिया में बंद है. पुलिस का कहना है कि पिछले 12 वर्षों में तारबाबू ने अवैध तरीकों से करोड़ों की संपत्ति बनाई है.
पुलिस के अनुसार तारबाबू भाटपारानी और बिहार के सिवान जिले का टॉप मोस्ट तस्कर है. साल 2016 में पशु तस्करी की सूचना पर गैंगस्टर तारबाबू के गांव दबिश देने पहुंचे भाटपारानी के थानेदार गजेंद्र राय और पुलिस टीम पर गैंगस्टर तारबाबू ने फायरिंग की थी. इस घटना में थानेदार गजेन्द्र राय बाल-बाल बचे थे. इसके अलावा इसके ऊपर कई थानों मे शराब तस्करी, पशु तस्करी, अवैध शस्त्र, हत्या और लूट जैसे गम्भीर मामलों में कुल 34 मुकदमे दर्ज हैं. जिले के टॉप टेन अपराधियों में इसका नाम शामिह है. पुलिस अधीक्षक श्रीपति मिश्र ने इस पर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया था. वहीं प्रदेश में पुलिस की कार्रवाई तेज होता देख उसने 26 अगस्त को न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया था.
दरअसल, गिरफ्तारी के बाद पुलिस प्रशासन ने तारबाबू की पूरी हिस्ट्री खंगाली और उसके द्वारा अर्जित की गई भूमि और भवन का रिकॉर्ड एकत्रित किया गया. इसके बाद जिला मजिस्ट्रेट की अनुमति से कुर्की की कार्रवाई की गई. करीब तीन घंटे तक चली कार्रवाई के दौरान उसका मकान और 11 भूखण्ड व प्लॉट को कुर्क किया गया. कुर्क की गई संपत्ति की कीमत करीब एक करोड़ बताई जा रही है. वहीं पुलिस ने संपत्ति को कब्जा करते समय डुग्गी पिटवाकर लोगों को इस बाबत जानकारी दी.