देवरिया: विश्वभर में दिन-प्रतिदिन कोरोना वायरस का कहर बढ़ रहा है, जिसकी वजह से दुनियाभर में लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है. अलग-अलग देशों समेत भारत भी इस लॉकडाउन से अछूता नहीं है, लेकिन इसी बीच एक ऐसा मामला आया है, जिसके बारे में जानकर हर कोई हैरान है. यह आश्चर्यजनक मामला देवरिया जिले का है, जहां के खुखुंदू गांव में गत रविवार को पैदा हुए एक बच्चे का नाम उसके माता-पिता ने 'लॉकडाउन' रखा है.
दरअसल, खुखुंदू थाना क्षेत्र के खुखुंदू गांव के रहने वाले पवन प्रसाद की पत्नी नीरज देवी को रविवार शाम प्रसव पीड़ा के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खुखुंदू में भर्ती कराया गया. पवन की पत्नी नीरज देवी ने एक बेटे को जन्म दिया. बेटे के जन्म की सूचना मिलते ही पवन और उनके पूरे परिवार में खुशी की लहर दौड़ पड़ी.
देश में 21 दिनों का लॉकडाउन
जैसा की ज्ञात हो कि इस समय विश्वभर सहित पूरे देश में कोरोना वायरस की महामारी ने कहर बरपा रखा है, जिसको देखते हुए विश्वभर के कई देशों में 'लॉकडाउन' घोषित कर दिया गया है. भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित कर रखा है. जिले में इसी दौरान पवन प्रसाद के बच्चे ने जन्म लिया तो पवन ने बच्चे का नाम 'लॉकडाउन' रख दिया.
नवजात के पिता पवन का कहना है कि इस महामारी को रोकने के लिए हमने अपने बच्चे का नाम 'लॉकडाउन' रखा है. पवन ने बताया कि मेरा बच्चा 29 तारीख को रविवार के दिन पैदा हुआ था. पवन ने कहा कि हमने बच्चे का नाम 'लॉकडाउन' इसलिए रखा है कि देश में कोरोना वायरस की बीमारी फैली है, जिसके कारण पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है.
देश में कामयाब हो रहा 'लॉकडाउन'
पवन ने कहा कि हम अपने बच्चे के माध्यम से यह संदेश देना चाहते हैं कि सभी लोग अपने घरों में सुरक्षित रहें और बाहर न निकलें. साथ ही लॉकडाउन का सही से उपयोग करें. पवन ने कहा कि मैं पूरे देश को और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हार्दिक शुभकामनाएं देना चाहता हूं कि यह लॉकडाउन कामयाब हो रहा है और इसी को लेकर हमने अपने बच्चे का नाम 'लॉकडाउन' रखा है.