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देवरिया में जनसुनवाई नहीं करते अफसर, डीएम की जांच तो खुली पोल, हुई ये कार्रवाई - जिलाधिकारी ने औचक निरीक्षण किया

देवरिया में सोमवार को जिलाधिकारी ने औचक निरीक्षण किया. इस दौरान कई कर्मचारी अनुपस्थित मिले. जिलाधिकारी ने कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने के साथ स्पष्टीकरण मांगा है.

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Published : May 22, 2023, 7:40 PM IST

देवरिया : जिले में अफसर मनमानी कर रहे हैं. मामूली शिकायत के लिए फरियादियों को 50 से 70 किमी दूरी तय कर डीएम कार्यालय पहुंचना पड़ रहा है. अधिक भीड़ होने की वजह डीएम ने जानी तो मालूम हुआ कि स्थानीय कार्यालयों में 10 से 12 बजे तक कोई अफसर जनसुनवाई नहीं करते हैं. डीएम ने एक टीम गठित कर सोमवार को जांच की तो मातहतों की कारगुजारी सामने आई. जिसके बाद जिलाधिकारी ने 124 कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने के साथ स्पष्टीकरण मांगा है.


बता दें अफसरों को सुबह 10 से 12 बजे तक कार्यालय में जनसुनवाई का निर्देश है. बावजूद जिले के अफसर ऐसा नहीं करते हैं. इसकी वजह से डीएम कार्यालय पर प्रतिदिन फरियादियों की लंबी कतार रहती है. फरियादियों की शिकायत रहती थी कि ब्लाॅक, तहसील, नगर पंचायत, विकास भवन समेत अधिकांश विभाग में तय समय पर जनसुनवाई नहीं होती है. डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह खुद 10 बजे नगर पालिका पहुंचे. निरीक्षण के दौरान कर निर्धारण अधिकारी शशिकला एवं सहायक अभियंता जयराम यादव समेत 13 कार्मिक अनुपस्थित मिले.

'समस्याओं का त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें'

जिलाधिकारी ने कहा कि 'समस्त अधिकारी 10 से 12 तक शासन के निर्देशानुसार जनता दर्शन अनिवार्य रूप से कर आमजनता की समस्याओं का त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें. उन्होंने नगर पालिका में आईजीआरएस निस्तारण के विषय में भी जानकारी प्राप्त की. जनता दर्शन पंजिका में 22 दिन में महज 20 शिकायत दर्ज होने पर असंतोष व्यक्त किया. 18 एवं 19 मई को जनता दर्शन का एक भी प्रकरण दर्ज नहीं होने पर नाराजगी जाहिर की. अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व नागेंद्र कुमार सिंह ने पीडब्लूडी प्रांतीय खंड कार्यालय का निरीक्षण किया, जिसमें अधिशासी अभियंता आरके सिंह एवं सहायक अभियंता पीपी सिंह समेत चार कर्मचारी अनुपस्थित मिले. आरटीओ कार्यालय का औचक निरीक्षण भी किया. निरीक्षण के दौरान एआरटीओ एके शुक्ला मौजूद मिले. कार्यालय के चार कार्मिक अनुपस्थित मिले, जिनमें आरपी सोनकर, दानवीर सिंह, कफील अहमद एवं शशिकला शामिल हैं. मूवमेंट रजिस्टर एवं जनता दर्शन से जुड़े अभिलेख नहीं मिले.'

रुद्रपुर कार्यालय का किया निरीक्षण


रुद्रपुर में एसडीएम ध्रुव कुमार शुक्ला ने नगर पंचायत रुद्रपुर कार्यालय का निरीक्षण किया. यहां भरत सिंह, सुभाष चंद्र यादव, अमरजीत, अमित द्विवेदी, सुरेंद्र कुमार, संदीप मणि, सुधीर पासवान, अनूप तिवारी समेत आठ कार्मिक अनुपस्थित पाए गए. जनता दर्शन आईजीआरएस संबंधी पंजिका मौके पर नहीं मिली. ब्लाक में तीन कर्मचारी अनुपस्थित मिले. विकास अधिकारी कार्यालय, रुद्रपुर में तीन कार्मिक अनुपस्थित मिले जिनमें, धर्मेंद्र कुमार -+*साहनी, शिवदत्त यादव एवं सतीश सिंह अनुपस्थित मिले. जनता दर्शन पंजिका यहां भी नहीं मिली. कार्यालय, बरहज का निरीक्षण एसडीएम ने किया. निरीक्षण के द्वारा बीडीओ अनुपस्थित मिले. मूमेंट रजिस्टर में पांच कर्मचारी गैरहाजिर रहे. सलेमपुर तहसील में 63, भाटपाररानी में 9 समेत 124 कर्मचारी गैरहाजिर रहे.

डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि 'ऐसी शिकायत कई दिनों से मिल रही थी तो जांच अभियान चलाया गया. संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं मिलने पर शासन को पत्र लिखा जाएगा.'

यह भी पढ़ें : होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेजों में नई गाइडलाइन के तहत होगा दाखिला, दूर होगी शिक्षकों की कमी

देवरिया : जिले में अफसर मनमानी कर रहे हैं. मामूली शिकायत के लिए फरियादियों को 50 से 70 किमी दूरी तय कर डीएम कार्यालय पहुंचना पड़ रहा है. अधिक भीड़ होने की वजह डीएम ने जानी तो मालूम हुआ कि स्थानीय कार्यालयों में 10 से 12 बजे तक कोई अफसर जनसुनवाई नहीं करते हैं. डीएम ने एक टीम गठित कर सोमवार को जांच की तो मातहतों की कारगुजारी सामने आई. जिसके बाद जिलाधिकारी ने 124 कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने के साथ स्पष्टीकरण मांगा है.


बता दें अफसरों को सुबह 10 से 12 बजे तक कार्यालय में जनसुनवाई का निर्देश है. बावजूद जिले के अफसर ऐसा नहीं करते हैं. इसकी वजह से डीएम कार्यालय पर प्रतिदिन फरियादियों की लंबी कतार रहती है. फरियादियों की शिकायत रहती थी कि ब्लाॅक, तहसील, नगर पंचायत, विकास भवन समेत अधिकांश विभाग में तय समय पर जनसुनवाई नहीं होती है. डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह खुद 10 बजे नगर पालिका पहुंचे. निरीक्षण के दौरान कर निर्धारण अधिकारी शशिकला एवं सहायक अभियंता जयराम यादव समेत 13 कार्मिक अनुपस्थित मिले.

'समस्याओं का त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें'

जिलाधिकारी ने कहा कि 'समस्त अधिकारी 10 से 12 तक शासन के निर्देशानुसार जनता दर्शन अनिवार्य रूप से कर आमजनता की समस्याओं का त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें. उन्होंने नगर पालिका में आईजीआरएस निस्तारण के विषय में भी जानकारी प्राप्त की. जनता दर्शन पंजिका में 22 दिन में महज 20 शिकायत दर्ज होने पर असंतोष व्यक्त किया. 18 एवं 19 मई को जनता दर्शन का एक भी प्रकरण दर्ज नहीं होने पर नाराजगी जाहिर की. अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व नागेंद्र कुमार सिंह ने पीडब्लूडी प्रांतीय खंड कार्यालय का निरीक्षण किया, जिसमें अधिशासी अभियंता आरके सिंह एवं सहायक अभियंता पीपी सिंह समेत चार कर्मचारी अनुपस्थित मिले. आरटीओ कार्यालय का औचक निरीक्षण भी किया. निरीक्षण के दौरान एआरटीओ एके शुक्ला मौजूद मिले. कार्यालय के चार कार्मिक अनुपस्थित मिले, जिनमें आरपी सोनकर, दानवीर सिंह, कफील अहमद एवं शशिकला शामिल हैं. मूवमेंट रजिस्टर एवं जनता दर्शन से जुड़े अभिलेख नहीं मिले.'

रुद्रपुर कार्यालय का किया निरीक्षण


रुद्रपुर में एसडीएम ध्रुव कुमार शुक्ला ने नगर पंचायत रुद्रपुर कार्यालय का निरीक्षण किया. यहां भरत सिंह, सुभाष चंद्र यादव, अमरजीत, अमित द्विवेदी, सुरेंद्र कुमार, संदीप मणि, सुधीर पासवान, अनूप तिवारी समेत आठ कार्मिक अनुपस्थित पाए गए. जनता दर्शन आईजीआरएस संबंधी पंजिका मौके पर नहीं मिली. ब्लाक में तीन कर्मचारी अनुपस्थित मिले. विकास अधिकारी कार्यालय, रुद्रपुर में तीन कार्मिक अनुपस्थित मिले जिनमें, धर्मेंद्र कुमार -+*साहनी, शिवदत्त यादव एवं सतीश सिंह अनुपस्थित मिले. जनता दर्शन पंजिका यहां भी नहीं मिली. कार्यालय, बरहज का निरीक्षण एसडीएम ने किया. निरीक्षण के द्वारा बीडीओ अनुपस्थित मिले. मूमेंट रजिस्टर में पांच कर्मचारी गैरहाजिर रहे. सलेमपुर तहसील में 63, भाटपाररानी में 9 समेत 124 कर्मचारी गैरहाजिर रहे.

डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि 'ऐसी शिकायत कई दिनों से मिल रही थी तो जांच अभियान चलाया गया. संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं मिलने पर शासन को पत्र लिखा जाएगा.'

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