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रिकाउंटिंग के विरोध में धरना पर बैठे प्रत्याशी - election result dispute

देवरिया में परिणाम के बाद दो प्रत्याशियों के बीच विरोध शुरू हो गया है. जीतने वाले प्रत्याशी रिकाउंटिंग का विरोध कर रहे हैं, जबकि हारने वाले प्रत्याशी की रिकाउंटिंग कराने की मांग मान ली गई है.

रिकाउंटिंग के विरोध में धरना करता प्रत्याशी
रिकाउंटिंग के विरोध में धरना करता प्रत्याशी
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Published : May 3, 2021, 2:27 PM IST

देवरिया: भलुअनी में रिकाउंटिंग के विरोध में जिला पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी कलक्टर शर्मा और इनके समर्थक धरना-प्रदर्शन पर बैठ गए हैं, जबकि दूसरे नंबर पर रहने वाले प्रत्याशी आशुतोष सिंह लगातार रिकाउंटिंग की मांग कर रहे हैं. कलक्टर शर्मा 600 वोटों से जीत का दावा कर रहे हैं. उन्होंने प्रशासन पर मिलीभगत का आरोप लगाया है. समर्थकोंं की भीड़ देख कर मौके पर कई थानों की पुलिस बुला ली गई है. दूसरे नंबर के प्रत्याशी आशुतोष सिंह को कृषि मंत्री का करीबी बताया जा रहा है.

डीएम ने मानी आशुतोष सिंह की मांग

डीएम आशुतोष निरंजन ने बताया कि रिकाउंटिंग के लिए आवेदन आरओ के पास आया है. इस पर चर्चा के बाद रिकाउंटिंग कराया जाएगा. हारने के बाद आशुतोष सिंह ने रिकाउंटिंग के लिए आवेदन दिया था. लेकिन कलक्टर शर्मा रिकाउंटिंग नहीं चाहते हैं और अफसरों पर साजिश करने का आरोप लगा रहे हैं. जीत दर्ज करने वाले प्रत्याशी प्रमाण पत्र मिलने में देरी होने पर मतगणना स्थल पर समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए और रिकाउंटिंग का विरोध करने लगे.

पढ़ें: निया छोड़ने के बाद आई जीत की खबर, गांव में छाया मातम

अपनों की नाराजगी से बीजेपी को कई सीटों पर मिली हार

जिला पंचायत सदस्य के अधिकांश सीटों पर भाजपा समर्थित प्रत्याशियों को हार का मुंह देखना पड़ा है. इसकी वजह आपसी अन्तर्कलह और दावेदारों का बागी होना बताया जा रहा है. वार्ड संख्या 35 से पुनीत शाही, वार्ड संख्या 36 से अमृता सिंह, वार्ड संख्या 37 से बन्दना पांडेय, घनजंय राव, हरेंद्र जायसवाल, अरुण सिंह समेत 25 से अधिक भाजपा समर्थित प्रत्याशियों को पराजय का सामना करना पड़ा है. इसमें अधिकांश ऐसे प्रत्याशी हैं जो जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए दावेदार हैं. इसको लेकर भाजपा नेता एक दूसरे को दोषी ठहराने में जुट गए हैं.

देवरिया: भलुअनी में रिकाउंटिंग के विरोध में जिला पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी कलक्टर शर्मा और इनके समर्थक धरना-प्रदर्शन पर बैठ गए हैं, जबकि दूसरे नंबर पर रहने वाले प्रत्याशी आशुतोष सिंह लगातार रिकाउंटिंग की मांग कर रहे हैं. कलक्टर शर्मा 600 वोटों से जीत का दावा कर रहे हैं. उन्होंने प्रशासन पर मिलीभगत का आरोप लगाया है. समर्थकोंं की भीड़ देख कर मौके पर कई थानों की पुलिस बुला ली गई है. दूसरे नंबर के प्रत्याशी आशुतोष सिंह को कृषि मंत्री का करीबी बताया जा रहा है.

डीएम ने मानी आशुतोष सिंह की मांग

डीएम आशुतोष निरंजन ने बताया कि रिकाउंटिंग के लिए आवेदन आरओ के पास आया है. इस पर चर्चा के बाद रिकाउंटिंग कराया जाएगा. हारने के बाद आशुतोष सिंह ने रिकाउंटिंग के लिए आवेदन दिया था. लेकिन कलक्टर शर्मा रिकाउंटिंग नहीं चाहते हैं और अफसरों पर साजिश करने का आरोप लगा रहे हैं. जीत दर्ज करने वाले प्रत्याशी प्रमाण पत्र मिलने में देरी होने पर मतगणना स्थल पर समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए और रिकाउंटिंग का विरोध करने लगे.

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अपनों की नाराजगी से बीजेपी को कई सीटों पर मिली हार

जिला पंचायत सदस्य के अधिकांश सीटों पर भाजपा समर्थित प्रत्याशियों को हार का मुंह देखना पड़ा है. इसकी वजह आपसी अन्तर्कलह और दावेदारों का बागी होना बताया जा रहा है. वार्ड संख्या 35 से पुनीत शाही, वार्ड संख्या 36 से अमृता सिंह, वार्ड संख्या 37 से बन्दना पांडेय, घनजंय राव, हरेंद्र जायसवाल, अरुण सिंह समेत 25 से अधिक भाजपा समर्थित प्रत्याशियों को पराजय का सामना करना पड़ा है. इसमें अधिकांश ऐसे प्रत्याशी हैं जो जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए दावेदार हैं. इसको लेकर भाजपा नेता एक दूसरे को दोषी ठहराने में जुट गए हैं.

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