चित्रकूट: जिले की मानिकपुर विधानसभा स्थित गांव गिदुरहा, जो कि हमेशा से संवेदनशील मतदान स्थलों में शामिल था. सोमवार को उपचुनाव की वोटिंग के दौरान यहां ग्रामीण बिना भय के मतदान करते दिखे. इसी दौरान ग्रामीणों ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि 40 साल से दस्यु प्रभावित इस गांव में कभी भी निष्पक्ष चुनाव नहीं हुआ, लेकिन इस बार हम लोग यहां बिना भय के मतदान कर रहे हैं.
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ग्रामीणों ने भय मुक्त होकर किया मतदान
जिले की मानिकपुर विधानसभा गांव गिदुराहा जो कि हमेशा संवेदनशील मतदान स्थल में शामिल था, वहीं सोमवार को उपचुनाव की वोटिंग ग्रामीण बिना भय के मतदान कर रहे हैं. ग्रामीणों ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि डाकुओं के राज के चलते इस गांव में कभी भी निष्पक्ष चुनाव नहीं हुआ लेकिन इस बार हम लोग यहां पर बिना भय के मतदान कर रहे हैं. ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि अब डकैत चित्रकूट जनपद में नहीं हैं. सुबह से ही ग्रामीण घर से बाहर निकल कर मतदान के लिए जाते दिखे, यहां पर कुल मतदाता संख्या 1048 है.
ग्रामीणों ने बताया कि इस पाठा क्षेत्र में बदमाश गया बाबा से लेकर ददुआ, अंबिका प्रसाद के बाद ठोकिया बलखड़िया के समाप्त होने के बाद सात लाख के इनामी डाकू बबली ने कमान संभाली थी. पिछले महीने हुई मध्यप्रदेश पुलिस की मुठभेड़ के दौरान डाकू बबली उसका दायां हाथ और मशहूर लवली मुठभेड़ में ढेर हो गया था.