चित्रकूट: जिले के तरोन्हा का रहने वाला एक युवक रामलोचन अपने परिवार के साथ घर में ही मास्क बनाकर लोगों को वितरित कर रहा है. सफाईकर्मियों, पुलिसकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों को फ्री में मास्क देने के साथ ही मेडिकल स्टोर पर भी लागत मूल्य पर मास्क दे रहे हैं.
गांव तरोन्हा में रहने वाले रामलोचन कुशवाहा नानाजी देशमुख के प्रकल्प उद्यमिता में सिलाई की ट्रेनिंग दे रहे थे. लॉकडाउन के बाद इस मुश्किल की घड़ी में अपने परिवार के साथ मिलकर मास्क तैयार करने में जुट गए हैं. चित्रकूट जिला मुख्यालय के तरोन्हा में रहने वाले रामलोचन कुशवाहा ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए मदद की पहल की है. रामलोचन अपने परिवार और बच्चों के साथ घर में रहकर लॉकडाउन का पालन तो कर ही रहे हैं साथ ही वह परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर जरूरतमंदों को मास्क मुहैया करवा रहे हैं.
रामलोचन नानाजी देशमुख के प्रकल्प उद्यमिता में सिलाई का प्रशिक्षण देते हैं. लेकिन लॉकडाउन के चलते वह बाहर नहीं जा सके. वे घर में ही रहकर आपने परिवार के साथ मिलकर मास्क बनाने में जुट गए हैं. वे निशुल्क मास्क वितरण कर रहे हैं. वहीं मेडिकल स्टोर वालों को लागत मूल्य पर ही मास्क उपलब्ध करा रहे हैं, जिससे लोग कालाबाजारी का शिकार न हो सकें. इस काम में रामलोचन के भाई दिनेश, बेटा और परिवार के बच्चे भी बराबर का सहयोग कर रहे हैं.
रामलोचन ने कहा कि लॉकडाउन के पहले हुए उद्यमिता से ही रहकर मास्क की सिलाई कर संस्थान में पहुंचा रहे थे, लेकिन लॉकडाउन के बाद उनकी जरूरत को समझते हुए घर में ही यह काम शुरू कर दिया गया. रामलोचन का मानना है कि संकट की इस घड़ी में लोगों की जितनी मदद कर सकें, वह हमारे लिए सौभाग्य की बात होगी. इसके लिए उन्हें दीनदयाल शोध संस्थान से प्रेरणा मिली है.