चित्रकूट: जिले के ग्रामीण बैंकों में ग्राहकों की लंबी कतारों से खत्म होती सोशल डिस्टेंसिंग और पैदल लंबी दूरी तय कर धूप में आए ग्राहकों को फायदा पहुंचाने के लिए भारत सरकार के उपक्रम से संचालित आधार समर्थित भुगतान प्रणाली (AEPS)की व्यवस्था की गई है. इसके तहत पोस्टमैन ग्राहकों का पैसा उनके घर पर पहुंचकर उसके आधार से लिंक खाते से पैसा आहरण कर रहे हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को काफी फायदा पहुंच रहा है.
भारत सरकार के उपक्रम से संचालित आधार समर्थित भुगतान प्रणाली एईपीएस की व्यवस्था की गई है, जिसके तहत बैंक सुविधा उनके गांव में ही दिए जाने के लिए डाक विभाग के कर्मियों (पोस्टमैन) को पास माइक्रो एटीएम सुविधा दी गई है. इस सुविधा से सरकारी योजनाओं के तहत किसान समृद्धि योजना के लाभार्थी मनरेगा, सामाजिक सुरक्षा, पेंशन और अन्य स्थानीय स्तर के ग्रामीणों को लाभ मिल रहा है.
ये लोग किसी भी बैंक शाखा में संचालित खाते से न्यूनतम 100 रुपए से लेकर अधिकतम 10 हजार की धनराशि निकाल सकते हैं और पोस्टमैन को फोन पर सूचित कर अपने घरों में ही पैसा प्राप्त कर सकते हैं. हालांकि इसके लिए ग्राहक का आधार कार्ड बैंक खाते में लिंक होना अति आवश्यक है.
इसे भी पढ़ें- आगरा में टेली मेडिसिन की सुविधा शुरू, सलाह के लिए 56 डॉक्टरों के मोबाइल नम्बर जारी
कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन में गरीबों, असहाय ,पेंशन भोगियों, उज्जवला गैस कनेक्शन धारकों आदि के खातों में सरकार द्वारा पैसा भेजा गया है. इन पैसों का निकालने के लिए ग्रामीण सूरज निकलते ही कई किलोमीटर पैदल चलकर बैंक पहुंच रहे हैं. ऐसे में दोपहर होते-होते धूप हो जाने के कारण यह ग्रामीण सामाजिक दूरी के लिए बने गोले में अपनी चप्पल और झोले रखकर अपनी उपस्थिति दर्शा रहे हैं.