चित्रकूट: जिले में आकस्मिक आगजनी, बाढ़, हार्ट अटैक जैसी होने वाली घटनाओं की प्राथमिक रोकथाम के लिए बनारस से आई एनडीआरएफ की टीम ने छात्र-छात्राओं को गुण सिखाए. जिले के जनसेवा इंटर कॉलेज में छात्राओं को आकस्मिक घटनाओं में आत्मरक्षा के उपाय बताए गए. साथ ही छात्रों को मुश्किल वक्त में आपदाओं से बचने का अभ्यास भी कराया गया.
छात्र-छात्राओं को सिखाए गए आत्मरक्षा के उपाय
- बनारस से आए एनडीआरएफ की टीम ने छात्र छात्राओं को आगजनी, भूकंप, हार्ट-अटैक जैसी घटनाओं से बचाव करने के गुण सिखाए.
- शहर के गंगा प्रसाद जनसेवा इंटर कॉलेज के छात्र-छात्राओं को आत्मरक्षा के उपाय बताए गए.
- एनडीआरएफ के जवानों ने छात्र-छात्राओं को अग्निशमक और आपदाओं से निपटने की जानकारी भी दी गई.
- एनडीआरएफ के टीम प्रभारी राजकुमार ने कॉलेज पहुंचे छात्रों को घटनाओं से निपटने के लिए अभ्यास भी कराया.
जानकारी होती तो बच सकती थी जान
दसवीं के छात्रा रोशनी पांडे ने बताया कि हम अपने गोल्डन समय में अपनी जान बचा सकते हैं. यह बहुत ही महत्वपूर्ण चीज है. हार्ट अटैक में मरीज के पास बहुत कम समय रहता है. उस वक्त अगर हम हाथों से पम्प करें और मुंह से श्वास दें तो शायद जान बच सकती है.
उन्होंने बताया कि हाल ही में दिल्ली की एक फैक्ट्री में लगी आग से कई लोगों की जान चली गई. यदि उन लोगों को बचाव के विषय में यह जानकारी होती तो कुछ लोग अपनी जान बचा सकते थे.
एनडीआरएफ के निरीक्षक ने दी जानकारी
एनडीआरएफ के निरीक्षक राज कुमार ने बताया कि अगर बच्चों को जानकारी रहेगी तो आकस्मिक घटना होने पर वे अपनी और दूसरों की भी जान बचा सकते हैं. बच्चों को जानकारी होने पर वे निश्चित ही बचाव कार्य कर सकेंगे और यही हमारा उद्देश है.