ETV Bharat / state

चित्रकूट: आकस्मिक घटनाओं में होगी रोकथाम, NDRF टीम ने छात्रों को सिखाए गुण

बनारस से चित्रकूट पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने छात्र-छात्राओं को आकस्मिक आगजनी, बाढ़, हार्ट अटैक जैसी घटनाओं के प्राथमिक रोकथाम के गुण सिखाए. साथ ही छात्राओं को आत्मरक्षा के उपाय भी बताए गए.

etv bharat
NDRF की टीम ने छात्रों को सिखाए गुण.
author img

By

Published : Dec 12, 2019, 11:08 AM IST

चित्रकूट: जिले में आकस्मिक आगजनी, बाढ़, हार्ट अटैक जैसी होने वाली घटनाओं की प्राथमिक रोकथाम के लिए बनारस से आई एनडीआरएफ की टीम ने छात्र-छात्राओं को गुण सिखाए. जिले के जनसेवा इंटर कॉलेज में छात्राओं को आकस्मिक घटनाओं में आत्मरक्षा के उपाय बताए गए. साथ ही छात्रों को मुश्किल वक्त में आपदाओं से बचने का अभ्यास भी कराया गया.

NDRF की टीम ने छात्रों को सिखाए गुण.

छात्र-छात्राओं को सिखाए गए आत्मरक्षा के उपाय

  • बनारस से आए एनडीआरएफ की टीम ने छात्र छात्राओं को आगजनी, भूकंप, हार्ट-अटैक जैसी घटनाओं से बचाव करने के गुण सिखाए.
  • शहर के गंगा प्रसाद जनसेवा इंटर कॉलेज के छात्र-छात्राओं को आत्मरक्षा के उपाय बताए गए.
  • एनडीआरएफ के जवानों ने छात्र-छात्राओं को अग्निशमक और आपदाओं से निपटने की जानकारी भी दी गई.
  • एनडीआरएफ के टीम प्रभारी राजकुमार ने कॉलेज पहुंचे छात्रों को घटनाओं से निपटने के लिए अभ्यास भी कराया.


जानकारी होती तो बच सकती थी जान
दसवीं के छात्रा रोशनी पांडे ने बताया कि हम अपने गोल्डन समय में अपनी जान बचा सकते हैं. यह बहुत ही महत्वपूर्ण चीज है. हार्ट अटैक में मरीज के पास बहुत कम समय रहता है. उस वक्त अगर हम हाथों से पम्प करें और मुंह से श्वास दें तो शायद जान बच सकती है.

उन्होंने बताया कि हाल ही में दिल्ली की एक फैक्ट्री में लगी आग से कई लोगों की जान चली गई. यदि उन लोगों को बचाव के विषय में यह जानकारी होती तो कुछ लोग अपनी जान बचा सकते थे.

एनडीआरएफ के निरीक्षक ने दी जानकारी
एनडीआरएफ के निरीक्षक राज कुमार ने बताया कि अगर बच्चों को जानकारी रहेगी तो आकस्मिक घटना होने पर वे अपनी और दूसरों की भी जान बचा सकते हैं. बच्चों को जानकारी होने पर वे निश्चित ही बचाव कार्य कर सकेंगे और यही हमारा उद्देश है.

चित्रकूट: जिले में आकस्मिक आगजनी, बाढ़, हार्ट अटैक जैसी होने वाली घटनाओं की प्राथमिक रोकथाम के लिए बनारस से आई एनडीआरएफ की टीम ने छात्र-छात्राओं को गुण सिखाए. जिले के जनसेवा इंटर कॉलेज में छात्राओं को आकस्मिक घटनाओं में आत्मरक्षा के उपाय बताए गए. साथ ही छात्रों को मुश्किल वक्त में आपदाओं से बचने का अभ्यास भी कराया गया.

NDRF की टीम ने छात्रों को सिखाए गुण.

छात्र-छात्राओं को सिखाए गए आत्मरक्षा के उपाय

  • बनारस से आए एनडीआरएफ की टीम ने छात्र छात्राओं को आगजनी, भूकंप, हार्ट-अटैक जैसी घटनाओं से बचाव करने के गुण सिखाए.
  • शहर के गंगा प्रसाद जनसेवा इंटर कॉलेज के छात्र-छात्राओं को आत्मरक्षा के उपाय बताए गए.
  • एनडीआरएफ के जवानों ने छात्र-छात्राओं को अग्निशमक और आपदाओं से निपटने की जानकारी भी दी गई.
  • एनडीआरएफ के टीम प्रभारी राजकुमार ने कॉलेज पहुंचे छात्रों को घटनाओं से निपटने के लिए अभ्यास भी कराया.


जानकारी होती तो बच सकती थी जान
दसवीं के छात्रा रोशनी पांडे ने बताया कि हम अपने गोल्डन समय में अपनी जान बचा सकते हैं. यह बहुत ही महत्वपूर्ण चीज है. हार्ट अटैक में मरीज के पास बहुत कम समय रहता है. उस वक्त अगर हम हाथों से पम्प करें और मुंह से श्वास दें तो शायद जान बच सकती है.

उन्होंने बताया कि हाल ही में दिल्ली की एक फैक्ट्री में लगी आग से कई लोगों की जान चली गई. यदि उन लोगों को बचाव के विषय में यह जानकारी होती तो कुछ लोग अपनी जान बचा सकते थे.

एनडीआरएफ के निरीक्षक ने दी जानकारी
एनडीआरएफ के निरीक्षक राज कुमार ने बताया कि अगर बच्चों को जानकारी रहेगी तो आकस्मिक घटना होने पर वे अपनी और दूसरों की भी जान बचा सकते हैं. बच्चों को जानकारी होने पर वे निश्चित ही बचाव कार्य कर सकेंगे और यही हमारा उद्देश है.

Intro:जिला चित्रकूट में आकस्मिक आगजनी ,बाढ़ ,हार्ड फेल जैसी होने वाली घटनाओं की प्राथमिक रोकथाम से को लेकर बनारस से आई एन डी आर एफ की टीम ने छात्र-छात्राओं को सिखाए गुर ।जिले के जनसेवा इंटर कॉलेज में छात्राओं को आकस्मिक घटनाओं में आत्मरक्षा के उपाय बताए गए ।वहीं छात्र को मुश्किल वक्त में आपदाओं से बचने का अभ्यास भी कराया गया।


Body:आगजनी भूकंप हार्ड फेलियर होने वाली घटनाओं को लेकर बनारस आए एन डी आर एफ की टीम ने छात्र छात्रों को बचाव के सिखाए गुर ।शहर के गंगाप्रसाद जनसेवा इंटर कॉलेज के छात्र छात्राओं को आत्मरक्षा के बताए गए उपाय ।एनडीआरएफ की टीम में जवानों ने छात्र छात्राओं को आत्मरक्षा के साथ-साथ अग्निशामक और मुश्किल वक्त में आपदाओं से निपटने की जानकारी भी दी। वहीं बनारस से आए 11 एनडीआरएफ की टीम प्रभारी राजकुमार ने कॉलेज पहुंचे छात्रों को आगजनी भूकंप होने वाली घटनाओं से निपटने के लिए अभ्यास और साथ में उसके बचाव भी बताए। और कहा कि कही भी ऐसी घटना होती है तो बच्चा कुछ जानता है तो निश्चित बचाव कार्य अवश्य ही करेगा ।यही हमारा उद्देश है। लोग ज्यादा से ज्यादा जागरूक हो ।और आकस्मिक आई समस्या से निपटने के लिए अपना बचाव कर सकें ।
आपको बता दें कि रोशनी पांडे दसवीं के छात्र ने बताया कि हम अपने गोल्डन समय में अपनी जान बचा सकते हैं। यह बहुत ही महत्वपूर्ण चीज है। हार्टअटैक में मरीज के पास बहुत कम समय रहता है ।उस वक्त अगर हम हाथों से पम्प करे और मुंह से स्वास दे तो शायद जान बच सकती है।जैसे कि उन्होंने बताया कि ज्यादा रक्त बहने से लोगों की जान जा सकती है।रक्त बहाव कम करने के तरीके से हम कम समय में दुसरो और स्वयं की जान बचा सकते हैं ।और उस दौरान मरीज को समय पर हॉस्पिटल का इलाज दिलवाए।भूकंप के बारे में और बचाव के तरीके बताया । यह जानकारी हर शहर हर प्रदेश में देनी चाहिए। जिससे लोग कम समय रहते हुए अपनी जान बचा सके ।हाल ही में दिल्ली की एक फैक्ट्री में लगी आग से 34 लोगों की जान के बारे में भी कहा कि यदि उन गरीब लोगों को यह जानकारी होती तो जरूर समय रहते यह सभी बताए उपाय कर कुछ लोग अपनी जान बचा सकते थे।

बाइट-रोहणी पांडेय(छात्रा 10th)

बाइट राज कुमार(11 NDRF निरीक्षक बनारस)


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.