चित्रकूट: जिले में लगातार दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से मंदाकिनी नदी और पहाड़ी नदियां उफान पर हैं. रात से ही नदियों में बाढ़ सी आ गई है, जिसके चलते एक किनारे से दूसरे का संपर्क टूट गया है. जिले में रपटे व पुल के ऊपर से बह रहे पानी के चलते आवागमन बाधित हो गया है. चित्रकूट के रामघाट में पानी भर जाने से सैकड़ों दुकानें जलमग्न हो गई हैं.
चित्रकूट में लगातार कई घंटों की मूसलाधार बारिश के बाद मंदाकिनी और बरदाहा नदी में जलस्तर बढ़ गया है, जिससे घाट के किनारों की सभी दुकानें डूब गई हैं. साथ ही कई गांवों का संपर्क शहर से टूट गया है. बाढ़ आने की आशंका जताई जा रही है. प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की है.
आपको बता दें कि जिले में गुरुवार को कई घंटे मूसलाधार बारिश हुई, जिससे शहर की मंदाकिनी नदी में शाम को पानी का जलस्तर अचानक बढ़ गया. रामघाट किनारे की सभी दुकानें जलमग्न हो गईं. दुकानदार अपने दुकान से सामान निकालकर सुरक्षित स्थान पर ले जा रहे हैं. सूचना मिलते ही सीतापुर चौकी की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर अलर्ट जारी करते हुए लोगों से सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की.
वहीं मानिकपुर की बरदाहा नदी का जलस्तर बढ़ने से इलाके में दोपहर को बाढ़ आ गई, जिससे कई गांवों का संपर्क मार्ग टूट गया और आवागमन बाधित हो गया. कई गांव के ग्रामीण गांव में फंसे हुए हैं. लगातार दोनों नदियों का जलस्तर बढ़ता जा रहा है, जिससे लोगों पर जान का खतरा मंडरा रहा है. ऐसे में प्रशासन ने भी कई टीमों का गठन करते हुए लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है. लोगों से सुरक्षित स्थान पर पहुंचने के लिए अपील भी की जा रही है.