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चित्रकूट: प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालय में हुई लर्निंग आउटकम की परीक्षा

उत्तर प्रदेश सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में बच्चों की गुणवत्ता सुधारने के लिए पूरे प्रदेश में लर्निंग आउटकम की परीक्षा का आयोजन किया है. शुक्रवार को चित्रकूट जिले में कक्षा 5 से लेकर 8 तक के प्राइमरी और जूनियर के बच्चों ने इस परीक्षा में हिस्सा लिया.

लर्निंग आउटकम की परीक्षा परीक्षा देते बच्चों.
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Published : Nov 9, 2019, 8:09 PM IST

चित्रकूट: प्रदेश सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में बच्चों की गुणवत्ता सुधारने के लिए पूरे प्रदेश में लर्निंग आउटकम की परीक्षा का आयोजन किया, जिसमें जनपद चित्रकूट में भी कक्षा 5 से लेकर कक्षा 8 तक के प्राइमरी और जूनियर के 60 हजार बच्चों ने हिस्सा लिया. वहीं पहली बार मिले नए तरीके के प्रश्न पत्र में ही अंकित वैकल्पिक उत्तर से बच्चें काफी उत्साहित दिखे.

लर्निंग आउटकम की परीक्षा परीक्षा देते बच्चों.


इसे भी पढ़ें-अयोध्या भूमि विवाद: सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त

लर्निंग आउटकम की परीक्षा का आयोजन
बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में लर्निंग आउट कम की परीक्षा का आयोजन किया. जनपद में भी कक्षा 5 से लेकर 8 तक के प्राइमरी और जूनियर के सारे बच्चों की परीक्षा कराई गई, जिसमें जिला अधिकारी और बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से नोडल अधिकारियों की भी तैनाती की गई. नोडल अधिकारी और पर्यवेक्षक बोर्ड परीक्षा की तरह स्कूलों में भ्रमण करेंगे ताकि परीक्षाओं को सही ढंग कराया जा सके.

वैकल्पिक प्रश्नों की व्यवस्था
अभी तक परीक्षा में स्कूल की तरफ से प्रश्न पत्र दिया जाता था, लेकिन इस परीक्षा मे बोर्ड परीक्षा में दिए जाने वाले प्रश्न पत्र की तरह इन बच्चों को प्रश्न पत्र दिया गया. इन प्रश्न पत्र में वैकल्पिक प्रश्नों की व्यवस्था की गई थी, जिसमें बच्चों को उनको फिलअप करना था.

इस प्रश्न पत्र को हल करने में बच्चे काफी उत्साहित नजर आ रहे थे. वहीं परीक्षा को लेकर बच्चों का कहना है कि इस बार जो उनकी परीक्षा हुई है वह किसी इंग्लिश मीडियम स्कूल से कम नहीं था. अगर ऐसी व्यवस्था रही तो उनकी शिक्षा में काफी सुधार आएगा.

लर्निंग आउट कम की परीक्षा के परिणाम को कंप्यूटर में फीड किया जाएगा. उसमें यह पता लगाया जाएगा कि बच्चा किस विषय में कमजोर है. उसके उस विद्यालय में उसी विषय के अध्यापक भेजकर उसकी गुणवत्ता में सुधार लाया जाएगा. विभाग की बहुत अच्छी पहल है, जिससे बच्चों की गुणवत्ता में काफी सुधार होगा.
-प्रकाश सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी

चित्रकूट: प्रदेश सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में बच्चों की गुणवत्ता सुधारने के लिए पूरे प्रदेश में लर्निंग आउटकम की परीक्षा का आयोजन किया, जिसमें जनपद चित्रकूट में भी कक्षा 5 से लेकर कक्षा 8 तक के प्राइमरी और जूनियर के 60 हजार बच्चों ने हिस्सा लिया. वहीं पहली बार मिले नए तरीके के प्रश्न पत्र में ही अंकित वैकल्पिक उत्तर से बच्चें काफी उत्साहित दिखे.

लर्निंग आउटकम की परीक्षा परीक्षा देते बच्चों.


इसे भी पढ़ें-अयोध्या भूमि विवाद: सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त

लर्निंग आउटकम की परीक्षा का आयोजन
बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में लर्निंग आउट कम की परीक्षा का आयोजन किया. जनपद में भी कक्षा 5 से लेकर 8 तक के प्राइमरी और जूनियर के सारे बच्चों की परीक्षा कराई गई, जिसमें जिला अधिकारी और बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से नोडल अधिकारियों की भी तैनाती की गई. नोडल अधिकारी और पर्यवेक्षक बोर्ड परीक्षा की तरह स्कूलों में भ्रमण करेंगे ताकि परीक्षाओं को सही ढंग कराया जा सके.

वैकल्पिक प्रश्नों की व्यवस्था
अभी तक परीक्षा में स्कूल की तरफ से प्रश्न पत्र दिया जाता था, लेकिन इस परीक्षा मे बोर्ड परीक्षा में दिए जाने वाले प्रश्न पत्र की तरह इन बच्चों को प्रश्न पत्र दिया गया. इन प्रश्न पत्र में वैकल्पिक प्रश्नों की व्यवस्था की गई थी, जिसमें बच्चों को उनको फिलअप करना था.

इस प्रश्न पत्र को हल करने में बच्चे काफी उत्साहित नजर आ रहे थे. वहीं परीक्षा को लेकर बच्चों का कहना है कि इस बार जो उनकी परीक्षा हुई है वह किसी इंग्लिश मीडियम स्कूल से कम नहीं था. अगर ऐसी व्यवस्था रही तो उनकी शिक्षा में काफी सुधार आएगा.

लर्निंग आउट कम की परीक्षा के परिणाम को कंप्यूटर में फीड किया जाएगा. उसमें यह पता लगाया जाएगा कि बच्चा किस विषय में कमजोर है. उसके उस विद्यालय में उसी विषय के अध्यापक भेजकर उसकी गुणवत्ता में सुधार लाया जाएगा. विभाग की बहुत अच्छी पहल है, जिससे बच्चों की गुणवत्ता में काफी सुधार होगा.
-प्रकाश सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी

Intro:उत्तर प्रदेश सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में बच्चों की गुणवत्ता सुधारने के लिए पूरे प्रदेश में लर्निंग कम्स आउट की परीक्षा का आयोजन किया है ।जिसमें जनपद चित्रकूट में भी कक्षा 5 से लेकर कक्षा 8 तक के प्राइमरी और जूनियर के 60 हजार बच्चों ने हिस्सा लिया ।वहीं पहली बार मिले नए तरीके के प्रश्न पत्र में ही अंकित वैकल्पिक उत्तर से बच्चे काफी उत्साहित दिखे।


Body:उत्तर प्रदेश सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में बच्चों की गुणवत्ता सुधारने के लिए पूरे प्रदेश में लर्निंग कम आउट की परीक्षा का आयोजन किया है ।जिस पर चित्रकूट जनपद में भी कक्षा 5 से लेकर 8 तक के प्राइमरी और जूनियर के सारे बच्चों ने परीक्षा कराई गई। जिसमें जिला अधिकारी और बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से नोडल अधिकारियों की भी तैनाती की गई थी ।नोडल अधिकारी और पर्यवेक्षक बोर्ड परीक्षा की तरह स्कूलों में भ्रमण करेंगे ताकि परीक्षाओं को सही ढंग से कराया जा सके। इन परीक्षा में खास बात यह रही कि अभी तक जो परीक्षाओं स्कूल की तरफ से जो प्रश्न पत्र दिया जाता था इस परीक्षा में उस तरीके के प्रश्न पत्र को नहीं दिया गया है। बल्कि बोर्ड परीक्षा के में दिए जाने वाले प्रश्न पत्र की तरह इन बच्चों को प्रश्न पत्र दिया गया और इन प्रश्न पत्र में वैकल्पिक प्रश्नों की व्यवस्था की गई थी ।जिसमें बच्चों को उनको फिल अप करना था। इस प्रश्न पत्र को हल करने में बच्चे काफी उत्साहित नजर आए। वहीं बच्चों को कहना है कि इस बार जो उनकी परीक्षा हो रही है उससे यह एहसास हुआ है कि किसी इंग्लिश मीडियम स्कूल की तरह परीक्षा में भाग ले रहे हैं ।अगर ऐसी व्यवस्था रही तो उनकी शिक्षा में काफी सुधार आएगा वही शिक्षा अधिकारी प्रकाश सिंह का कहना है कि यह लर्निंग कंस आउट की परीक्षा में बच्चों के लर्निंग यानी बेस लगाया जाएगा और इस परीक्षा का परिणाम को कंप्यूटर में फीड किया जाएगा और उसमें यह पता लगाया जाएगा कि बच्चा किस विषय में कमजोर है ।उसके उस विद्यालय में उसी विषय के अध्यापक भेजकर उसकी गुणवत्ता में सुधार लाया जाएगा ।विभाग की बहुत अच्छी पहल है जिससे बच्चों की गुणवत्ता में काफी सुधार होगा।
बाइट-सुधीर (छात्र)
बाइट-गुलनाद बानो(छात्रा)
बाइट-प्रकाश सिंह(बेसिक शिक्षा अधिकारी)


Conclusion:
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