चित्रकूट: जिले में नाबालिग दलित के साथ हुए गैंगरेप से क्षुब्ध होकर किशोरी ने आत्महत्या कर ली थी. बुधवार को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में मृतक किशोरी का अंतिम संस्कार किया गया. वहीं सामूहिक दुष्कर्म से गुस्साए ग्रामीणों ने बुधवार सुबह सड़क जाम कर सरकार विरोधी नारे लगाए. इस मामले में इंस्पेक्टर कर्वी जयशंकर प्रसाद और सरैंया चौकी प्रभारी अनिल साहू को लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया है.
किशोरी के परिजनों ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि उनकी बेटी शौच के लिए घर से बाहर गई हुई थी. इसी दौरान गांव के कुछ युवकों ने किशोरी को अगवा कर लिया और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया. इसके बाद क्षुब्ध होकर किशोरी ने आत्महत्या कर ली.
मामले की जानकारी पर प्रशासन ने मंगलवार शाम से गांव को छावनी में तब्दील कर दिया. गांव के चारों तरफ सड़कों पर बैरिकेडिंग लगा दी गई. इस मामले को लेकर राजनीतिक पार्टी के नेता पीड़ित परिवार से मिलने पहुंच रहे हैं.
वहीं, परिजनों ने मुआवजा, एक नौकरी, सुरक्षा व आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है. इसके बाद अधिकारियों के आश्वासन पर परिजनों ने पीड़िता का अंतिम संस्कार किया.