चित्रकूट: जिले के मऊ थाना क्षेत्र से गुरुग्राम रोजगार को निकले चार युवकों को कश्मीर में बंधक बनाने का आरोप लगा है. पुलिस ने नौकरी दिलवाने वाले एक एजेंट पर दबाव बनाने पर बंधक बनाए गए चारों मजदूर छूट कर अपने घर पहुंचे.
यह मामला चित्रकूट कोतवाली क्षेत्र ग्राम पंचायत रेडी का जहां गुरुग्राम में काजू की फैक्ट्री में काम करने और 12 हजार मेहनताना लालच देकर बहाने से 4 युवकों को कश्मीर में भेजा था. जिसके बाद उनसे कोठियों में झाड़ू, पोंछा और बर्तन धुलवाया गया और मना करने पर उनके साथ मारपीट भी की गयी. आरोप है कि चारों का आधार कार्ड सहित सभी आवश्यक दस्तावेज भी रख लिए गए थे.
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इसके साथ उनका मोबाइल भी छीन लिया गया. बाद में उन लोगों ने किसी तरह पड़ोसी मजदूर के फोन से चुपके से अपने परिजनों से फोन पर आप बीती बताई. परिजनों ने मिलकर मऊ कोतवाली के तीन एजेंटों मौला,अजयराज और अजय राज की पत्नी क्रांति के खिलाफ एक लिखित शिकायत कोतवाली मऊ में की. बाद में मऊ कोतवाली प्रभारी रवि सिंह ने आरोपी कांति को कोतवाली में बैठाकर सारे बच्चों को वहां से सही सलामत बुलाने की बात की.
भुक्तभोगी राजकुमार ने बताया कि उसके साथ उसी के गांव से नीरज, दीपक और ओमप्रकाश को 28 मई 2022 को आरोपियों द्वारा गुरुग्राम की जगह उन्हें जम्मू कश्मीर लाया गया, जहां हम लोग को बंधक बना लिया गया. उसने बताया कि हमसे फैक्ट्रियों में काम न कराकर घरेलू कामकाज करवाए गए.
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