चित्रकूट: जिले के मानिकपुर मऊ तहसील क्षेत्र में ओलावृष्टि ने किसानों की उम्मीदों में पानी फेर दिया है. इस ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. किसानों की गेहूं, चना, सरसों, अरहर, मसूर की फसलें बरबाद हो गई हैं. मानिकपुर क्षेत्र के घाटी ऊपर पाठा में, मारकुंडी से लेकर हल्दी ढाणी ओलावृष्टि से प्रभावित है. वहीं मऊ रामनगर ब्लाक क्षेत्र में भी रामनगर से लेकर रोली समेत कई गांव के किसानों की फसलें बर्बाद हुई हैं.
किसानों कहना है कि कर्ज लेकर खेत बोवाई की थी, आशा थी कि इस बार कर्ज वापस हो सकेगा. लगभग 35 बीघे सरसों की फसल बर्बाद होने का दुख किसानों में साफ देखने को मिल रहा है. उनका कहना है कि इस बार अपनी बच्ची का हाथ पीला करना था, पर शायद ईश्वर को मंजूर नहीं था.
ओलावृष्टी से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है, उसी का आंकलन किया जा रहा है . यहां पर सरसों की फसलों को काफी नुकसान हुआ है. अकड़ों के मुताबिक यहां पर 50 से 60 प्रतिशत सरसों की फसल को नुकसान पहुंचा है.
-राजकुमार वर्मा, राजस्व लेखपाल
लेखपालों को भेजकर फसलों के सर्वेक्षण एवं आकलन के लिए लगाया गया है. जहां जैसा नुकसान होगा उसी के हिसाब से पीड़ित किसानों को मुआवजा दिया जाएगा.
- संगम लाल गुप्ता , उपजिलाधिकारी