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चित्रकूट: जिला प्रशासन का निर्णय, मंदाकनी नदी में नहीं होगा दुर्गा प्रतिमा विसर्जन - chitrakoot today latest news

उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिला प्रशासन ने मंदाकिनी नदी की स्वच्छता को लेकर निर्णय लिया है. जिसके अंतर्गत अब मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन नदी के बदले तालाबों में किया जाएगा.

मंदाकनी नदी की स्वच्छता को लेकर जिला प्रशासन ने लिया निर्णय.
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Published : Sep 27, 2019, 10:45 PM IST

चित्रकूट: जिले में मां मंदाकिनी नदी को स्वच्छ और शीतल बनाए रखने के उद्देश्य से जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने ऐतिहासिक निर्णय लिया है. जिसके अंतर्गत मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन नदी के बदले अब से तालाबों में किया जाएगा. इस निर्णय सभी 220 दुर्गा कमेटी के मेंबरों ने सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया है.

मंदाकनी नदी की स्वच्छता को लेकर जिला प्रशासन ने लिया निर्णय.

सोनेपुर स्थित तालाब में होगा विसर्जन-
मंदाकिनी नदी को स्वच्छ और शीतल बनाए रखने के लिए जिला जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए दुर्गा कमेटी के मेम्बरों को सुझाव दिया था. कि अब से दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन मंदाकनी नदी में न करें. क्योकि प्रतिमाओं की साज सज्जा में प्रयोग किये गए रसायन, रसायन युक्त रंग, सिंथेटिक कपड़े और पलोथिन से नदी में प्रदूषण होता है. जिसे सभी 220 दुर्गा पंडाल के मेम्बरों ने गंभीरता से लेते हुए सहर्ष स्वीकार कर लिया. वहीं, जिला प्रशासन ने दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए शहर मुख्यालय में बने सोनेपुर स्थित तालाब में सभी प्रतिमाओं को विसर्जित करने की बात कही है.

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इससे पहले दुर्गा विसर्जन मंदाकनी नदी में हुआ करता था. जिससे नदी में लगातार प्रदूषण बढ़ता जा रहा था. कुछ वर्ष पूर्व हाईकोर्ट के आदेश के बाद विगत वर्ष दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन मंदाकनी नदी के किनारे गड्डा खोद कर किया जाने लगा था. लेकिन अधिक दुर्गा प्रतिमाएं हो जाने के कारण विसर्जन में असुविधा होने लगी है. छोटा गड्ढा होने के कारण कई बार प्रतिमाओं को बाहर निकाल कर फिर उस गड्ढे में दूसरी प्रतिमाएं विसर्जित की जाती थी. जिसके कारण कई दुर्गा प्रतिमाएं मशीन के प्रयोग से खंडित हो जाती थी.

यह भी पढ़ें: विश्व पर्यटन दिवसः जानिए बनारस में क्यों मायूस हैं विदेशी पर्यटक

कई बार लाइन में खड़े श्रद्धालु अपनी प्रतिमाओं कि विसर्जन में ज्यादा समय लगने पर मंदाकनी नदी में ही दुर्गा विसर्जन कर देते थे. इन्ही सभी असुविधा और मंदाकनी नदी की स्वछता और शीतलता बनाये रखने के तालाब में विसर्जन का निर्णय लिया गया है.

प्रतिमाओं का विसर्जन नदी के बदले अब से तालाबों में करने का निर्णय लिया गया है. जिसे सभी दुर्गा कमेटी के मेंबरों ने सर्वसम्मति से स्वीकार है.
-मनोज कुमार झा, पुलिसअधीक्षक

मंदाकिनी नदी की स्वच्छता को लेकर तिमाओं का विसर्जन नदी के बदले अब से तालाबों में करने का निर्णय लिया गया है.
-शेषमणि पाण्डेय, जिलाधिकारी

चित्रकूट: जिले में मां मंदाकिनी नदी को स्वच्छ और शीतल बनाए रखने के उद्देश्य से जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने ऐतिहासिक निर्णय लिया है. जिसके अंतर्गत मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन नदी के बदले अब से तालाबों में किया जाएगा. इस निर्णय सभी 220 दुर्गा कमेटी के मेंबरों ने सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया है.

मंदाकनी नदी की स्वच्छता को लेकर जिला प्रशासन ने लिया निर्णय.

सोनेपुर स्थित तालाब में होगा विसर्जन-
मंदाकिनी नदी को स्वच्छ और शीतल बनाए रखने के लिए जिला जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए दुर्गा कमेटी के मेम्बरों को सुझाव दिया था. कि अब से दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन मंदाकनी नदी में न करें. क्योकि प्रतिमाओं की साज सज्जा में प्रयोग किये गए रसायन, रसायन युक्त रंग, सिंथेटिक कपड़े और पलोथिन से नदी में प्रदूषण होता है. जिसे सभी 220 दुर्गा पंडाल के मेम्बरों ने गंभीरता से लेते हुए सहर्ष स्वीकार कर लिया. वहीं, जिला प्रशासन ने दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए शहर मुख्यालय में बने सोनेपुर स्थित तालाब में सभी प्रतिमाओं को विसर्जित करने की बात कही है.

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इससे पहले दुर्गा विसर्जन मंदाकनी नदी में हुआ करता था. जिससे नदी में लगातार प्रदूषण बढ़ता जा रहा था. कुछ वर्ष पूर्व हाईकोर्ट के आदेश के बाद विगत वर्ष दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन मंदाकनी नदी के किनारे गड्डा खोद कर किया जाने लगा था. लेकिन अधिक दुर्गा प्रतिमाएं हो जाने के कारण विसर्जन में असुविधा होने लगी है. छोटा गड्ढा होने के कारण कई बार प्रतिमाओं को बाहर निकाल कर फिर उस गड्ढे में दूसरी प्रतिमाएं विसर्जित की जाती थी. जिसके कारण कई दुर्गा प्रतिमाएं मशीन के प्रयोग से खंडित हो जाती थी.

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कई बार लाइन में खड़े श्रद्धालु अपनी प्रतिमाओं कि विसर्जन में ज्यादा समय लगने पर मंदाकनी नदी में ही दुर्गा विसर्जन कर देते थे. इन्ही सभी असुविधा और मंदाकनी नदी की स्वछता और शीतलता बनाये रखने के तालाब में विसर्जन का निर्णय लिया गया है.

प्रतिमाओं का विसर्जन नदी के बदले अब से तालाबों में करने का निर्णय लिया गया है. जिसे सभी दुर्गा कमेटी के मेंबरों ने सर्वसम्मति से स्वीकार है.
-मनोज कुमार झा, पुलिसअधीक्षक

मंदाकिनी नदी की स्वच्छता को लेकर तिमाओं का विसर्जन नदी के बदले अब से तालाबों में करने का निर्णय लिया गया है.
-शेषमणि पाण्डेय, जिलाधिकारी

Intro:चित्रकूट में मां मंदाकिनी नदी को स्वच्छ व शीतल बनाए रखने के उद्देश्य से जिलाधिकारी चित्रकूट और पुलिस अधीक्षक ने लिया ऐतिहासिक निर्णय मंदाकिनी नदी में अब नहीं होगा दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन ।यह निर्णय सभी 220 दुर्गा कमेटी के मेंबरों ने सर्वसम्मति से स्वीकार किया है ।अब दुर्गा विसर्जन तालाबों में किया जाएगा।


Body: चित्रकूट में मंदाकिनी नदी को स्वच्छ व शीतल बनाए रखने के लिए एक कदम और आगे बढ़ते हुए जिला प्रशासन के जिलाधिकारी चित्रकूट और पुलिस अधीक्षक ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए दुर्गा कमेटी के मेम्बरों को सुझाव दिया था, कि अब से दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन मंदाकनी नदी में न करे क्योकि प्रतिमाओं की साज़ सज्जा में प्रयोग किये गए रसायन, रसायन युक्त रंग , सिंथेटिक कपड़े और पलोथिन से नदी में प्रदूषण होता है। जिसे सभी 220 दुर्गा पंडाल के मेम्बरों ने गंभीरता से लेते हुए सहर्ष स्वीकार कर लिया। वही जिला प्रशासन ने दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए शहर मुख्यालय में बने सोनेपुर स्थित तालाब में सभी प्रतिमाओं को विसर्जित करने की बात कही।इससे पहले दुर्गा विसर्जन मंदाकनी नदी में हुआ करता था।जिससे नदी में लगातार प्रदूषण बढ़ता जा रहा था।कुछ वर्ष पूर्व हाईकोर्ट के आदेश के बाद विगत वर्ष दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन मंदाकनी नदी के किनारे गड्डा खोद कर किया जाने लगा ।पर अधिक दुर्गा प्रतिमाएँ हो जाने के कारण विसर्जन में असुविधा होने लगी। छोटा गड्ढा होने के कारण कई बार प्रतिमाओं को बाहर निकाल कर फिर उस गड्ढे में दूसरी प्रतिमाए विसर्जित की जाती थी ।जिसके कारण कई दुर्गा प्रतिमाए मशीन के प्रयोग से खंडित हो जाती थी।
कई बार लाइन में खड़े श्रद्धालु अपनी प्रतिमाओं कि विसर्जन में ज्यादा समय लगने पर मंदाकनी नदी में ही दुर्गा विसर्जन कर देते थे ।इन्ही सभी असुविधा और मंदाकनी नदी की स्वछता व शीतलता बनाये रखने के उद्देश्य से जिलाधिकारी और पुलिसअधीक्षक की पहल के बाद दुर्गा पंडालों में मेम्बरों ने भी उचित निर्णय मान कर सर्वसम्मति से इस निर्णय को स्वीकार कर लिया है। इस फैसले को दुर्गा पंडालों के मेम्बरों ने स्वीकार किया जिससे चित्रकूट जिला प्रशासन अपनी कामयाबी पर बेहद उत्साहित है।
बाइट-मनोज कुमार झा(पुलिसअधीक्षक चित्रकूट)
बाइट-शेषमणि पाण्डेय(जिलाधिकारी चित्रकूट)


रिपोटर-जूड मार्टिन
चित्रकूट
ph-9935048515


Conclusion:
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