चित्रकूट: चित्रकूट के विकासखंड मानिकपुर के गांव सुख रामपुर में रह रहे रामशरण आंखों से दिव्यांग है. उनके परिवार में बूढ़ी मां भी आंखों से दिव्यांग हैं. वह अपनी दिव्यांग पत्नी गीता के साथ रह रहा है. सरकार द्वारा दिए जा रहे शासकीय लाभ का इस परिवार को अभी तक कोई भी लाभ नहीं मिल पाया था, जिसका प्रकाशन ईटीवी भारत ने प्रमुखता से 20 जून 2019 में प्रकाशित किया था. जिसके बाद नींद से जागे प्रशासन ने इस गरीब और दिव्यांग परिवार की सुध ली.
जाने दिव्यांगो की समस्या-
- सुख रामपुर में रह रहे रामशरण आंखों से दिव्यांग हैं.
- आंखों से दिव्यांग होने के कारण रामशरण खेती करने में असमर्थ हैं.
- बटिया में खेती देने से इनका परिवार का भरण पोषण पूरी तरह से नहीं हो सकता था.
- गरीबी और दरिद्रता के बाद यह परिवार पूरे गांव से अलग हो चुका था.
- एक बाल्टी पानी लाने के लिए कई बार दिव्यांगो को जमीन पर गिरना पड़ता था.
- आधार कार्ड न बने होने से इस परिवार को सरकारी लाभ नही मिल पाता था.
दिव्यांगो को मिली राहत-
- ईटीवी भारत में समाचार प्रकाशन के बाद ग्राम पंचायत के अधिकारियों ने इनके आंगन के बाहर एक हैंडपंप लगवा दिया हैं.
- हैंडपंप लगने से इनकी पीने के पानी की समस्या हल हो गई है.
- दिव्यांग परिवार ने ईटीवी भारत के इस समाचार प्रकाशन के बाद लगे हैंडपंपों के लिए ईटीवी भारत की पूरी टीम को हृदय से धन्यवाद दिया है.
- कहा है कि आप लोगों के प्रकाशन और मेहनत का नतीजा है कि अब हमें दूर जाकर पानी नहीं लाना पड़ेगा.
- ईटीवी के प्रयासों का नतीजा है कि इनका आधार कार्ड को ऑनलाइन करवा दिया गया है.
- जल्द ही आधार कार्ड इन दिव्यांग परिवार को मिल जएगा.
- विकलांगता के लाभ के रूप में पेन्शन ,राशन कार्ड, बिजली कनेक्शन और उज्वला योजना से रशोई गैस जैसे लाभ दिलवाने को ईटीवी तत्पर प्रयास में हैं.
- ग्राम विकास अधिकारी का कहना है कि आप के समाचार प्रकाशन के बाद हमें इस परिवार की जानकारी हुई हैं.
- जरूरत के अनुसार ग्रामपंचायत से हमने हैंडपम्प लगवा दिया हैं, आगे इन्हें सोलर लाइट भी दी जाएगी.